इंदौर। भाग दौड़ भरी जिंदगी और कैरियर बनाने की चाह में शादी में देरी होती है, कई बार 35 की उम्र के बाद शादी होने से लाइफ का साइकल धीरे चलता है, जिससे बच्चों के जन्म में देरी होती है, एक समय के बाद स्तनपान नहीं होने से ब्रेस्ट कैंसर ज्यादा देखने को मिलता है, अगर बात आंकड़ों की करी जाए तो ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख महिलाओं में लगभग 13 महिलाएं तो शहर में इसकी दो गुना 30 महिलाओं में यह आमतौर पर पाया जाता है।
इसके अन्य कारण हो सकते हैं लेकिन अगर एक महिला बच्चे का 6 माह तक स्तनपान करती है तो ब्रेस्ट कैंसर होने के चांस कम हो जाते हैं। यह बात डॉक्टर कर्नल प्रकाश चितलकर ने कही, वह शहर के अरविंदो हॉस्पिटल में कैंसर डिपार्टमेंट में हेड और मेडिकल ऑनकोलॉजी में अपनी सेवाएं दे रहे है।
2012 में किशोर और युवा कैंसर सहायता न्यास की शुरुआत की, हजारों मरीजों की करी मदद
उन्होंने अपना एमबीबीएस और एमडी की पढ़ाई आर्म्ड फोर्सेस पुणे से की है। इसके बाद टाटा मेमोरियल में कैंसर ट्रेनिंग और बॉर्न मेरो ट्रांसप्लांट में फेलोशिप सिंगापुर से की। उन्होंने भारतीय सेना में बतौर डॉक्टर 27 साल अपनी सेवाएं दी इसके बाद दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर सेंटर और अन्य जगह अपनी सेवाएं दी। उन्होंने किशोर और युवा कैंसर सहायता न्यास की शुरुआत 2012 में की थी, जिसमें देश के 17 शहरों में 100 से ज्यादा डॉक्टर जुड़े हैं।
संस्था द्वारा कैंसर से जूझ रहे या उससे ठीक होने के बाद उनकी अन्य प्रकार से मदद की जाती है। जिसमें ठीक हुए व्यक्ति की काउंसलिंग, स्कूल, कॉलेज में एडमिशन, रोजगार दिलवाने में मदद, और सामान्य व्यक्ति की तरह उन्हें भी अवसर मिले इसके लिए हर विभाग से बात करते हैं। वहीं संस्था द्वारा साल में कैंसर को लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जाते हैं। संस्था द्वारा अब तक हजारों मरीजों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया गया है।
सही समय पर कैंसर ट्रीटमेंट होने पर बढ़ जाते है जीवित रहने के चांस
पहले के मुकाबले कैंसर के ट्रीटमेंट में टेक्नोलॉजी के चलते मरीजों के जीवित रहने का अनुपात बढ़ा है। 40 साल की उम्र के बाद सही समय पर ट्रीटमेंट होने पर जीवित रहने के चांस बढ़ जाते है, जिसमें व्यक्ति 5 साल तक जीवित रह सकता है। वहीं 15 साल तक के बच्चे में जीवित रहने के 90 प्रतिशत चांस बढ़ जाते हैं। इसी के साथ युवाओं में सही समय पर ट्रीटमेंट होने पर 60 प्रतिशत चांस बढ़ जाते हैं।
बच्चों और युवाओं में कैंसर देखने को मिलता है, इसका कारण जेनेटिक हो सकता है, लेकिन आमतौर पर व्यक्ति की जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, डीएनए को रिपेयर करने की क्षमता कम हो जाती है। जिससे लगभग 40 की उम्र के बाद इसकी संभावना 85 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। इसके लिए व्यायाम, फ्रेश एयर, हेल्थी लाइफ होना जरूरी है,
गर्म खाना कर सकता है आहार नली को डेमेज, बढ़ जाते है कैंसर के चांस
ज्यादा गर्म पदार्थ खाने से आहार नली डैमेज हो सकती है जिससे कैंसर होने के कारण बढ़ जाते हैं। ज्यादा गर्म चीजों को खाने से बचना चाहिए, एक उम्र के बाद रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने के लिए कुछ एक्टिविटी की जाना चाहिए। जिसमें व्यायाम, हेल्थी फ़ूड, रनिंग वहीं स्मोकिंग, अल्कोहल और अन्य चीजों से दूर रहना चाहिए। वहीं कई बार ह्युमैन पैपिलोमावायरस के केस देखने को मिलते है, जो सबसे आम यौन संचारित संक्रमण है, और लगभग यौन रूप से सक्रिय पुरुष या महिलाओं को अपने जीवन में इसका सामना करना पड सकता है, और कुछ बार-बार संक्रमित हो सकते हैं।