बंगाल: आज पीएम मोदी देंगे देश को नई सौगात, सीएम ममता ने मंच साझा करने से किया इनकार

Akanksha
Published on:

कोलकाता। ममता सरकार पर निशाना साधकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को वापस दिल्ली लौटे अभी 24 घंटे भी नहीं हुए कि बंगाल में फिर से हुंकार भरने प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल पहुंच रहे है। पीएम नरेंद्र मोदी आज दोपहर को सीधे असम से हल्दिया पहुंचेंगे। ज्ञात हो कि 15 दिन पहले ही सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर पीएम मोदी बंगाल पहुंचे थे। जिसके बाद आज फिर पीएम मोदी बंगाल पहुंचेंगे।

वही हल्दिया की धरती पर कदम रखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी सीधे मां, माटी, मानुष से लेकर बंगाल की संस्कृति के पन्ने पलटेंगे और एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए पीएम की ये पहली चुनावी सभा होगी। इस जनसभा में 2 लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है।

आगामी चुनाव से पहले पीएम मोदी बंगाल और देश को कई सौगात देने जा रहे हैं। जिसको पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर बताया। उन्होंने कहा है कि, “मैं हल्दिया, पश्चिम बंगाल में रहूंगा। वहां बीपीसीएल की ओर से निर्मित एलपीजी इंपोर्ट टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित करूंगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा प्रोजेक्ट के तहत दोभी-दुर्गापुर नेचुरल गैस पाइपलाइन सेक्शन को भी राष्ट्र को समर्पित करूंगा।” आपको बता दे कि, हल्दिया रिफाइनरी के अलावा पीएम मोदी दूसरी परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।

क्या इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी भी रहेंगी मौजूद ?

वही अब बंगाल की सियासत का असली खेल तो अब शुरू होगा। गौरतलब है कि, हल्दिया में पीएम मोदी का कार्यक्रम सरकारी है। सरकारी प्रोटोकॉल के मुताबिक इसमें शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी न्योता भेजा गया है। लेकिन सूत्रों की मानें तो, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के कार्यालय ने पीएमओ को बता दिया है कि वो इस सरकारी कार्यक्रम के दौरान मौजूद नहीं रहेंगी। वही अब सवाल यह उठता है कि, आखिर ऐसी क्या वजह है जो सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी के साथ एक सरकारी मंच पर मौजूद नहीं रहना चाहती?

मौजूद न होने की क्या है वजह

हालांकि यह बात 15 दिन पुरानी ही है, जब पीएम मोदी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के कार्यक्रम कोलकाता में शामिल हुए थे। मालूम हो कि, नेता जी सुभाष चंद्र बोस पश्चिम बंगाल के महा नायकों में से हैं। लिहाजा ममता बनर्जी भी इस कार्यक्रम में मौजूद थीं। बंगाल सरकार ने इस कार्यक्रम को अलग से भी मनाया था।

आपको बता दे कि, 23 जनवरी को विक्टोरिया हॉल में जैसे ही ममता के बोलने की बारी आई। कार्यक्रम में मौजूद कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगा दिया था। जिसकी वजह से ममता बनर्जी बेहद भड़क गईं और भाषण देने से ही इनकार कर दिया। ममता ने पीएम के सामने ही अपने गुस्से का इजहार कर दिया और कहा कि सरकारी कार्यक्रम में इस तरह बुलाकर बेइज्जती करना ठीक नहीं है।