इंदौर। इंदौर में बीएम कॉलेज के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट की प्रिंसिपल को एक छात्र द्वारा जिंदा जलाने की घटना हुई है। छात्र कॉलेज प्रबंधन द्वारा मार्कशीट न दिए जाने से नाराज था और उसने सिमरोल थाना क्षेत्र के बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल को आग के हवाले कर दिया था। आनन-फानन में प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव नागदा, उज्जैन का रहने वाला है।
अब इस मामले में लापरवाही बरतने पर सिमरोल थाने के एएसआई को सस्पेंड किया गया है। थाना प्रभारी सिमरोल के मुताबिक 14 फरवरी 2022 को बीएम फॉर्मेसी कॉलेज की ओर से छात्र आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ एक प्रार्थनापत्र दिया गया था। इसमें कहा गया था कि वह आत्महत्या की धमकी दे रहा है। इस आवेदन की जांच का जिम्मा एएसआई संजीव तिवारी को दिया गया था। लेकिन उन्होंने नियमानुसार जांच नहीं की। यह उनकी कर्त्व्य के प्रति घोर लापरवाही को उजागर करता है। इस लिहाज से उन्हें सस्पेंड किया जा रहा है।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि, आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को जलाने के बाद वो तिंछा फाल चला गया था। जहां वो आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, यहां मौजूद चौकीदार ने उसे देख लिया और पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और थाने ले आए। विमुक्ता इस वक्त अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही हैं।
SP के मुताबिक आशुतोष ने जुलाई 2022 में बी फार्मा की परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन, कई बार मांगे जाने के बावजूद बीएम कॉलेज ऑफ फार्मेसी प्रबंधन उसे मार्कशीट नहीं दे रहा था। घटना के बाद शहर के जाने माने शिक्षाविदों का रिएक्शन आया है। DAVV इंदौर की कुलपति रेणु जैन, पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़, अशासकीय प्राचार्य संघ के अध्यक्ष राजीव झालानी, शिक्षाविद डॉ. मंगल मिश्रा ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।