देश मे हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है हाल ही में प्रदेश में भी कई युवाओं के हार्ट फेल्योर की खबरों ने सबको चौका दिया था, सेलेब्रिटीज़ से लेकर आम लोगो तक जिम में वर्कआउट करते हुए तो बैठे बैठे कई लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, अब इस मामले में बच्चो की भी गिनती आने लगी है हाल ही में इंदौर में एक 11 वी कक्षा की छात्रा स्कूल में गश खा कर गिर गई, स्कूल प्रबंधन के अस्पताल ले जाने तक उसकी मौत हो गई
यह है पूरा मामला
इंदौर के सुदामा नगर स्थित छत्रपति शिवाजी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा वृंदा त्रिपाठी क्लास से बाहर निकल रही थी. इस दौरान अचानक वह नीचे गिरी और बेहोश हो गई. उसकी सहेलियों ने शिक्षकों को सूचना दी, जिन्होंने स्टाफ के साथ मिलकर उसे तुरंत नजदीक के निजी अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वृंदा के गश खाकर गिरने से लेकर अस्पताल तक पहुंचने में 10 मिनट का ही समय लगा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. डॉक्टरों ने बताया कि मौत की असल वजह तो जांच के बाद ही साफ होगी, प्रथम दृष्टिकोण से यह मामला दिल के दौरे का ही लग रहा है
म्रतक छात्रा के परिजनों ने बताया कि वृंदा को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी. वह बिल्कुल फिट थी. स्कूल प्रबंधन ने भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने की बात कही है. उनके मुताबिक, वह गणतंत्र दिवस पर होने वाले कार्यक्रम की एंकरिंग की तैयारी कर रही थी. वृंदा की मौत की असल वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
क्या कहते है एक्सपर्ट
हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब आता है जब हृदय को ब्लड पहुंचाने वाली कोशिकाओं में फैट बढ़ने लगता है और इससे खून का प्रवाह प्रवाहित होने लगता है. फैट या प्लाक अधिक जमा होने से ब्लड कोशिकाएं ब्लॉक हो जाती हैं और हृदय को पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पाता जिससे दिल का दौरा पड़ जाता है. वैसे तो दिल का दौरा किसी भी मौसम में पड़ सकता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि सर्दियों में यह समस्या अधिक होती है. इसिलए दिल की बीमारी से जूझने वाले लोगों को इस मौसम में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है. सर्दियों में स्ट्रोक, हार्ट फेलियर, कार्डियोवेस्कुलर दिक्कतें, एरिथमिया जैसी दिक्कतें तेजी से बढ़ने लगती हैं.