इंदौर। 17वें प्रवासी दिवस के पहले दिन केन्द्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में प्लेनरी सत्र में “नवाचारों और नई प्रौद्योगिकी में प्रवासी युवाओं की भूमिका” पर पैनल डिस्कसन हुए। मंत्री ठाकुर ने कहा कि युवा प्रवासी सम्मेलन न केवल जड़ों को जोड़ने का प्रयास है बल्कि नई संभावनाओं को भी आमंत्रित करता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने प्रवासी भारतीयों को अपने दिल में जगह दी है। हम उनकी उपलब्धियों और देश के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने के जूनून का सम्मान करते हैं।
केन्द्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि भारतीय युवाओं में वो जोश और जूनून है जो दुनिया के किसी भी कोने में जाए तो भारत का नाम हमेशा रोशन ही करेंगें। प्रवासी भारतीय इस दिशा में एक महत्वपूर्ण सेतु की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। भारत पूरे विश्व का पॉवर हाऊस है। यह सफलता आप सबकी सफलता है। उन्होंने कहा कि भारत का पुर्नउत्थान हो रहा है। ठाकुर ने कहा कि आप मीलों दूर रहकर भी हमारे दिल में रहते हैं।
ठाकुर ने कहा कि 12 जनवरी को पूरे देश में स्वामी विवेकानन्द का जन्म-दिवस मनाया जायेगा। स्वामी विवेकानंद ने स्वदेशी वस्त्र धारण कर अमेरिका में अपने भाषण से दुनिया को अपना बनाया था और युवाओं को नई दिशा दिखाई थी। ऐसे ही आप सब भी अपने भीतर छुपे हुए विवेकानंद को बाहर लायें, अपने आपको पहचाने और भारत को विश्व पटल पर अग्रिम बनाने में सहयोग करें। ठाकुर ने युवा प्रवासी भारतीयों से आहवान किया कि भारत में कुछ समय बितायें, चुनौतियों को समझकर प्रौद्योगिकी और विज्ञान के माध्यम से देश को आगे बढ़ाने में मदद करें।
इस सत्र में ट्रेवल एप के संस्थापक अमित सुडानी ने कहा कि हर युवा कुछ नया करना चाहता है। मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश सरकार ने हमें एक ऐसा प्लेटफार्म दिया है, जहाँ हम अपने हुनर को दुनिया के सामने ला सकते हैं। पूर्व में यह कहा जाता था कि युवा शक्तियाँ पश्चिम की ओर जा रही हैं। अब परिवर्तन हुआ है, पश्चिम के लोग अब पूरब (एशिया) की ओर आकर्षित हो रहे हैं। सुडानी ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रशिक्षित युवा भारत में मौजूद हैं।
आयरलैण्ड के भारत शर्मा डॉट काम के संस्थापक भारत शर्मा ने कहा कि हमें इस बात का गर्व होना चाहिए कि ब्राण्ड इंडिया पूरे विश्व में राज कर रहा है। युवा नवाचार और नई तकनीकों को प्रभावित कर ब्राण्ड इंडिया को चमका रहा है। गूगल, मास्टर कार्ड जैसी नामी कम्पनियाँ आज भारतीय चला रहे हैं। यह सब भारतीयों की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि युवा हमेशा विशिष्ट कार्य करने की ठाने। सबकुछ आप करेंगे तो विशिष्टता हासिल नहीं कर पायेंगे। जुगाड़ से और कॉपी पेस्ट से नहीं, मेहनत और अलग हटके सोच ही सफलता की कुँजी है। लोगों से जुड़े और विश्वास के साथ नवाचार करें।
मॉरीशस से आये पिच पेमेंट के संस्थापक राहुल जैन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर नई तकनीकों की मांग बहुत अधिक है और भारतीय युवाओं में वह योग्यता भरपूर है। भारतीय मेघा अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। विदेशों में रहने वाले लगभग 34 मिलियन लोगों के पास बहुत सी सफलता की कहानियाँ हैं, जो प्रेरणा-स्रोत हैं।
महिलाओं को आर्थिक साक्षरता प्रदान करने के क्षेत्र में कार्य करने वाली यू.के. की सिमरन कौर ने कहा कि जेण्डर विविधता को समानता में लाने के लिये महिलाओं को आर्थिक रूप से साक्षर बनाना सबसे अच्छा निराकरण है। आर्थिक स्वतंत्रता महिलाओं को सशक्त बनाती है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्वतंत्रता का अभाव आम महिला के लिए कई बार विपरीत परिस्थितियाँ उत्पन्न करता है। सत्र में OYO होटल के संस्थापक रीतेश अग्रवाल ने कहा कि भारत के इस अमृत काल में अपनी सहभागिता कर युवा अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
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प्रवासी भारतीय इसमें सबसे ज्यादा मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स केवल व्यवसायिक तौर पर मुनाफा नहीं कमाती है, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराती है। भारत में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में बहुत संभावनाएँ हैं। अग्रवाल ने प्रवासी भारतीयों से आग्रह किया कि वे भारतीय युवाओं के काम करने की पॉजीटिव एप्रोच को मदद करें और उन्हें आगे बढ़ाने में सहयोग करें। इस अवसर पर पेनलिस्ट से विभिन्न सवाल भी पूछे गये।