इंदौर: आबकारी विभाग इंदौर की संयुक्त टीमों ने चोरल से लेकर सिमरोल तक के समस्त ढाबों की चेकिंग की है । इस दौरान जिला प्रशासन की टीम के साथ सिमरोल के महुआ व्यवसायियों के यहां महुआ विक्रय केंद्र की भी सर्चिंग की गई। जांच में पाया गया कि किराना व्यवसायियों के यहां से महुआ आदिवासी क्षेत्रों में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब बनाने हेतु क्रय किया जा रहा है ।
इस तरह की शिकायतें मिलने पर जिला प्रशासन की टीम सतर्क है।विगत दिनों सांवेर ,महू, निरंजनपुर, लिंबोदी, राऊ , बीजलपुर इत्यादि क्षेत्रों में भारी मात्रा में महुआ से बने लहान एवं कच्ची शराब को जप्त किया गया है. इसको देखते हुए इस में उपयोग होने वाले आधारभूत सामग्री महुआ को विक्रय से नियंत्रित किया जाने का संकल्प जिला प्रशासन द्वारा लिया गया है। कलेक्टर श्री मनीष सिंह के मार्गदर्शन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
अवैध हाथ भट्टी मदिरा के निर्माण में उपयोग नहीं हो महुआ लहान
अवैध हाथ भट्टी मदिरा के निर्माण में उपयोग मे आने वाले महुआ लहान के विक्रय को प्रतिबंधित करने के उद्देश्य से कलेक्टर इंदौर के आदेश पर आज महू के महुआ व्यापारियों को हाथ भट्टी निर्माण करने वाले लोगो को महुआ विक्रय न हो ऐसी हिदायत दी गयी व राजस्व विभाग के अमले के साथ उक्त दुकानों पर रखे महुआ लहान को सील किया गया। सहायक आयुक्त आबकारी श्री राज नारायण सोनी ने बताया है कि आज महू के गोकुल गंज में 2 दुकान और सिमरोल में 4 दुकानों पर रखें महुआ लहान को आस्थाई रूप से आगामी आदेश तक सील किया गया।