मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास की पहली आवश्यकता शांति है। मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ दंगे-फसाद और गुंडागर्दी नहीं चलने दी जायेगी। अशांति फैलाने वाले तत्वों को किसी स्थिति में छोड़ा नहीं जायेगा। शांति व्यवस्था के मद्देनजर खरगौन में विशेष सशस्त्र बल की तैनाती की जायेगी और एक नया थाना खोला जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान आज खरगौन में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान संभाग स्तरीय स्वीकृति-पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने 660 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया, इनमें 371 करोड़ रूपये के लोकार्पण और 288 करोड़ रूपये के भूमि-पूजन किये गये। मुख्यमंत्री ने योजनाओं के हितग्राहियों को हित-लाभ भी वितरण किया। वर्चुअल माध्यम से विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों से संवाद भी किया। इसके पूर्व उन्होंने सिकलसेल वॉलेंटियर्स बायकर्स को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और खरगौन की ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत पर केन्द्रित पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह जनता का राज्य है, लोकतंत्र है। इसमें जनता की सेवा सर्वाेपरि है। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में पंचायत-पंचायत और वार्ड-वार्ड सरकारी अमला गया और जनता के कार्य किये गये। विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों का चयन कर उन्हें लाभ दिया जा रहा है। सरकार भोपाल से नहीं, चौपाल से चल रही है। जन-सेवा अभियान में इंदौर संभाग में 15 लाख नये हितग्राहियों का विभिन्न योजनाओं के लिये चिन्हांकन किया गया। खरगौन जिले में लगे शिविरों में 2 लाख 90 हजार आवेदनों में से 2 लाख 57 हजार को स्वीकृति-पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री चौहान ने अभियान में उत्कृष्ट कार्य के लिये खरगौन जिला प्रशासन एवं संबंधित सभी की सराहना की।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में उत्कृष्ट कार्य करने पर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेन्द्र शर्मा और कसरावद के तहसीलदार को पुरस्कृत किया। उन्होंने कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला शिक्षा अधिकारी एवं भीकनगाँव नगर पंचायत के सीएमओ को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनपद पंचायत बड़वाह के एडीओ राजेन्द्र नेगी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उनके वारिस को अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में चयनित सभी हितग्राहियों को आगामी माह से विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलना प्रारंभ हो जायेगा। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान की तरह ही आगामी 6 अप्रैल से पुनरू पूरे प्रदेश में गाँव-गाँव, नगर-नगर अधिकारी जायेंगे और जनता की समस्याओं का समाधान करेंगे, साथ ही पात्र हितग्राहियों का चयन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनजातीय समाज को जल, जंगल और जमीन का अधिकार दिलाने के लिये प्रदेश में पेसा एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। वर्ष में एक बार ग्रामसभा में खसरा और बी-1 की नकल प्रस्तुत की जाती है। धर्मांतरण या छल-कपट से किसी जनजातीय व्यक्ति की जमीन अब कोई नहीं छीन पायेगा। प्रदेश की धरती पर मैं लव-जिहाद नहीं होने दूँगा। अब ग्रामसभाओं को खदानों के अधिकार दिये गये हैं। ग्रामसभाओं को जल और जंगल का अधिकार भी दिया गया है। वे वनोपज, तेंदूपत्ता संग्रहण, दर निर्धारण और विक्रय का कार्य कर सकेंगे। मनरेगा के कार्य ग्रामसभाएँ निर्धारित करेंगी। छोटे-मोटे झगड़ों के निराकरण के अधिकार भी ग्रामसभाओं को होंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट क्रियान्वयन के लिये पेसा को-ऑडिनेटर बनाये जा रहे हैं। प्रदेश में विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी के लिये मुख्यमंत्री जन-मित्र योजना भी प्रारंभ की जायेगी। जनजातीय क्षेत्रों के बाद अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार के अधिकार देने के संबंध में सरकार विचार कर रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं द्वारा बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। आगामी 15 अगस्त तक प्रदेश में एक लाख से अधिक नौकरियों में भर्ती की जायेगी। सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिये प्रदेश में ऐतिहासिक कार्य हो रहा है। खरगौन में ही 5 हजार करोड़ की सिंचाई योजनाएँ निर्मित की जा रही हैं। खरगौन जिले की बिंजलवाड़ी सिंचाई योजना का कार्य जून-2023 तक पूरा हो जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आइये हम प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित करें। सब मिल कर प्रदेश के विकास एवं जनता के
कल्याण में दें पूरा योगदान
किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश में जो कार्य 60 साल में नहीं हुआ, वह पिछले 8 साल में हो गया है। प्रदेश में सुशासन स्थापित हुआ है। जनता को रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई-लिखाई और दवाई सुनिश्चित हुई है। देश में मध्यप्रदेश पहला राज्य है जहाँ 89 जनजातीय विकासखण्डों में पेसा एक्ट के माध्यम से जनजातीय वर्ग को जल, जंगल एवं जमीन के अधिकार दिये गये हैं। वन मंत्री श्री विजय शाह, पशुपालन मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल उपस्थित थे। स्वागत भाषण सांसद श्री गजेन्द्र सिंह पटेल ने दिया।
65 वन ग्रामों के नागरिकों ने किया स्वागत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खरगोन पहुँचने पर 65 वन ग्रामों के नागरिकों ने स्वागत और अभिनंदन किया। ये वो वन ग्राम है जिन्हें मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से राजस्व ग्राम में परिवर्तन किया गया है। राजस्व गाँव घोषित हो जाने से अब इन्हें पंचायत और शासन की विकास योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। जिले की भगवानपुरा तहसील के 23, झिरन्या के 35 और बड़वाह तहसील के 7 गाँव के लिए अधिसूचना जारी की गई है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
खरगोन जिलों को मिली कई नई सौगातें
मुख्यमंत्री चौहान ने जनसेवा अभियान के संभागस्तरीय कार्यक्रम के दौरान खरगोन में मेडिकल कॉलेज बनाने, खरगोन में सशस्त्र इकाई बल की स्थापना, नवग्रह मंदिर का जीर्णाेद्धार व कॉरिडोर निर्माण, वनक्षेत्र के प्रसिद्ध प्राचीन सिरवेल महादेव मंदिर का जीर्णाेद्धार व हाई स्कूल का हायर सेकेंडरी में उन्नयन, शहर के चावला बिल्डिंग से बिस्टान रोड़ तक फ्लाय ओवर बनाने, खरगोन शहर में एक थाने की स्थापना तथा बिंजलवाड़ा उद्वहन सिंचाइ परियोजना, बिस्टान उद्वहन सिंचाई और बलकवाड़ा उद्वहन सिंचाई परियोजना फेस-1 का जनवरी 2023 व बलकवाड़ा उद्वहन सिंचाई परियोजना फेस-2 का जून 2023 कार्य पूर्ण करने की घोषणाएं की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके अलावा खरगोन नगर के बिस्टान नाके का नाम टंट्या मामा, राधा वल्लभ मार्केट को भगवान परशुराम, पोस्ट ऑफिस चौराहे को गुरूनानक और औरंगपुरा का नाम सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम करने की घोषण की।
कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि व जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने शासन की योजनाओं के बारे सम्बोधित किया। उन्होंने 45 दिनों तक चले जनसेवा अभियान को जनता के हित में सबसे आश्चर्य चकित करने वाला अभियान बताया। क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने स्वागत संबोधन में मुख्यमन्त्री के समक्ष खरगोन के विभिन्न चौराहों व बाजारों के नामकरण की मांग रखी। कार्यक्रम में वनमंत्री विजय शाह, सहकारिता मंत्री प्रेमसिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष अनुबाई तंवर, खरगोन नपा अध्यक्ष छाया जोशी, पूर्व कृषि राज्यमंत्री बालकृष्ण पाटीदार, पूर्व खरगोन विधायक बाबूलाल महाजन, पूर्व कसरावद विधायक आत्माराम पटेल, पूर्व भीकनगांव विधायक धुलसिंग डावर, पूर्व भगवानपुरा विधायक जमुनासिंह सोलंकी, राजेन्द्र राठौर, अधिकारियों में इंदौर संभागायुक्त डॉ. पवन शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, धर्मवीर सिंह व सम्भाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की झलकियां
- जैसे ही मुख्यमन्त्री चौहान ने खरगोन में फ्लाय ओव्हर, मेडिकल कॉलेज, बिंजलवाड़ा सिंचाई योजना की निश्चित तारीख के बारे में सम्बंधित अधिकारी से डेट लाइन पूछी इस समय पूरा पांडाल मामा मामा कहकर संबोधित करने लगा।
- प्रभारी मंत्री कमल पटेल के आव्हान पर नर्मदा माई के जयकारे के साथ 1 मिनट तक पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
- खरगोन का ऐसा कार्यक्रम हुआ जिसमें जिला प्रशासन की खुले तौर पर मुख्यमंत्री चौहान ने मंच से प्रसंशा की।
- कार्यक्रम में पूरे संभाग और खरगोन जिले के हितग्राहियों की अनुमानित संख्या 80 हजार से 1 लाख तक बताई गई।
- कार्यक्रम स्थल तक जिलो से आने वाले हितग्राहियो की बसे पहुँची। बसों की पार्किंग व्यवस्था समुचित तरीके से रही। किसी भी जिले से आये नागरिकों को वापस जाने में आसानी हुई।
- मुख्यमन्त्री चौहान कार्यक्रम स्थल पर पहुँचते ही सिकलसेल अनीमिया की जागरूकता की मोटर सायकिल रैली को हरीझंडी दिखाकर रवाना किया।
- कार्यक्रम स्थल से लगी प्रदर्शनी स्थल पर मुख्यमंत्री का स्वागत स्थानीय नर्तक दलों द्वारा हुआ जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री चौहान और सांसद पटेल भी थिरके।
- नपा अध्यक्ष मति छाया जोशी ने मुख्यमंत्री चौहान को खरगोन के गौरव दिवस 14 जनवरी को मनाने के लिए आमंत्रण दिया है।