मुख्यमंत्री कन्यादान योजना मध्यप्रदेश में काफी लोकप्रिय योजना है जिसका लाभ हर साल हज़ारो लड़कियों की शादी में देखने को मिलता है लेकिन यह योजना भाई भरस्टाचार से अछूती नहीं है हाल ही में दमोह जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां दुल्हन को घटिया दहेज सामग्री दी गई है. वैसे तो मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लगातार गड़बड़ी की शिकायतें आती रही हैं तो खुद मुख्यमंत्री इन मामलों पर नाराजगी जता चुके हैं. लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे हैं. दमोह में बीते 9 दिसंबर को इस योजना के तहत हुए विवाह आयोजन में फिर गड़बड़ी हुई और शादियों में दिए जाने वाले दहेज के घटिया होने की शिकायतें आती रही. लोगो ने प्रशासन को इसकी शिकायत की लेकिन जिम्मेदारो ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया .
सीएम की फटकार के बाद कार्यवाही
मामला अब मुख्यमंत्री तक पहोच गया है जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को फटकार लगाई है. जिसके बाद देर रात तक कमिश्नर की मौजूदगी में कलेक्टर के मीटिंग हाल में दहेज का सामान मंगवाया गया. कमिश्नर ने पलंग, बर्तन, पंखा सब चेक किया और फिर दोषियों पर कार्रवाई का दम भी भरा.
दहेज की क़्वालिटी पर उठे सवाल सवाल
9 दिसम्बर को दमोह के गल्ला मंडी में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह कार्य्रकम किया गया. इसमें दिए जाने वाले उपहार की क़्वालिटी पर सवाल उठे तो लोगों ने शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ. रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दमोह के दौरे पर थे, तो लोगों ने इस मामले की शिकायत सीएम से कर दी मुख्यमंत्री ने मौके पर ही कमिश्नर कलेक्टर को फटकार लगाई और तुरंत जांच के आदेश दिए.
कमिश्नर ने पाई कई गड़बड़ियां दिए जाँच के आदेश
शाम को सी एम के जाने के बाद कमिश्नर ने कलेक्ट्रेट के मीटिंग हाल में तमाम अधिकरियो आयोजन करने वाली समितियों को बुलाया, दहेज या उपहार में दिए गए तमाम सामान और सप्लाई से पहले दिए गए सेम्पल को मंगाया गया और फिर खुद कमिश्नर ने एक एक सामान की जांच पड़ताल की. देर रात तक चली जांच पड़ताल के बाद कमिश्रर ने कुछ चीजों में गड़बड़ी पाई है. वहीं इस मामले में जिम्मेदार दो जनपद पंचायतों के सीईओ के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं.