इंदौर। मप्र शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। गृह ज्योति योजना, किसान ज्य़ोति योजना, उद्योगों के लिए रियायत, बुनकरों व अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं की मदद आदि के माध्यम से प्रति माह औसत सात सौ करोड़ रूपए की छूट, सब्सिडी प्रदान की जा रही है। सस्ती या निःशुल्क बिजली से लगभग 46 लाख उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि ऊर्जामंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देशानुसार प्रत्येक योजना के क्रियान्वयन का मुख्यालय से लेकर ग्राम, फलियों, टोड़ियों, बस्तियों, कॉलोनियों तक पालन किया जा रहा है। अटल गृह ज्योति योजना, किसान ज्योति योजना, उद्योगों की मदद, बुनकरों के लिए छूट समेत अन्य पात्रों की मदद की जा रही है। 1 हेक्टेयर या 5 हार्स पावर तक की मोटर वाले अजा, जजा के किसानों को निःशुल्क बिजली दी जा रही है।
इसी तरह अजा, जजा वर्ग के अन्य पात्र उपभोक्ताओं को 30 रूपए मासिक में बिजली प्रदान की जा रही है। गृह ज्योति योजना से भी मासिक औसत 32 लाख उपभोक्ताओं से ज्यादा को लाभान्वित कर मात्र 1 रूपए यूनिट में प्रथम 100 यूनिट तक बिजली दी जा रही है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि अजा वर्ग के अलावा अन्य वर्ग के किसानों को सिंचाई के लिए दी जाने वाली बिजली के बिल में 92.50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
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इसी के साथ बुनकरों को भी राहत दी जा रही है। विभिन्न स्थानों पर उद्योगों व उच्च दाब उपभोक्ताओं को भी पात्रता के अनुसार माह में लगभग 62 करोड़ की छूट प्रदान की जा रही है। इस तरह से मालवा-निमाड़ के पात्र लगभग 46 लाख उपभोक्ताओं को माह में लगभग 700 करोड़ एवं वर्ष में आठ हजार करोड़ से ज्यादा की छूट पात्रता के अनुसार दी जा रही है। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि प्रत्येक वर्ग के लाभान्वितों से राहत, छूट या योजना लाभ के बारे में फोन लगाकर प्रतिपुष्टि भी की जा रही है, ताकि संतुष्टि का समय पर पता लग सके।