दो स्पर्धाओं के 5 वर्गों के फाइनल में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे, 4दिसम्बर 2022 को पांचों ही उपविजेता रहे, एशियाई जूनियर 17और 15वर्ष आयु में तीन एवं बहरीन अंतरराष्ट्रीय चैलेंज में दो जोड़ी, उन्नति हूडा भारत की पहली खिलाड़ी हैं जो 17 वर्ष आयु की एशियाई जूनियर बैडमिंटन स्पर्धा के एकल फाइनल में खेली है, इससे पहले भारत की दो जोड़ी एम आर अर्जुन और चिराग शेट्टी 2013में एवं कृष्ण प्रसाद गर्ग और सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी 2015 में 17वर्ष बालक युगल में विजेता रह चुके हैं.
थाईलैंड के नोनथबुरी में हुई टोयोटा गझू रैसिंग एशियाई जूनियर 17और15 वर्ष बैडमिंटन स्पर्धा में भारत के खिलाड़ियों ने तीनों ही वर्गों के फाइनल में जोरदार संघर्ष कर जीत के लिए प्रयास किए, लेकिन तीन गेमों में पराजित हो गए,ताईपेई ने पांच, थाईलैंड ने तीन और दक्षिण कोरिया ने दो खिताब हासिल किए, पहले क्रम की भारत की उन्नति हूडा (Unnati Hooda) , दूसरे क्रम की थाईलैंड की सारुन्राक वितिदसर्न से एक घंटे छह मिनट के संघर्ष में 18-21, 21-9,14-21से पराजित हुई.
पहले गेम में 0-2से पिछड़ने के बाद उन्नति 2,3और 4 पर बराबरी कर 6-4से आगे हुई, 10-10के बाद थाई आगे हुई, 15-15 और 16-16 पर बराबरी के बाद उन्नति (Unnati Hooda) 18-16 से आगे हुई, लेकिन लगातार पांच अंक बनाकर थाई 19मिनट में जीत गई, दूसरे गेम में रोहतक, हरियाणा की उन्नति हूडा(Unnati Hooda) ने शानदार प्रदर्शन कर 9-0,11-2 की बढ़त बना ली,15-6,19-7और 20-8 की बढत लेकर 17 मिनट में गेम जीतकर 1-1 की बराबरी की, तीसरे और निर्णायक गेम में थाई 3-0, 4-1, 7-2और 11-5 की बढ़त बनाई,9-13से पिछड़ने के बाद उन्नति(Unnati Hooda) ने कड़ा संघर्ष किया,11-14 से 14-14की बराबरी हुई,,थाई ने 16-14था, फिर 18-14से आगे होकर सारुन्राक ने आखिरी अंक में रैली की और ड्राप से जीत हासिल कर ली.
17वर्ष बालक युगल फाइनल में सातवें क्रम के ताईपेई के लाई पो यु और यि-हाओ लिन ने छठवें क्रम के भारत के अर्श मोहम्मद और संस्कार सारस्वत को 54 मिनट में 21-13 ,19-21, 24-22 से हराया, संस्कार जोधपुर, राजस्थान के और अर्श कोचिन केरल के है, अर्श और संस्कार ने दूसरा गेम 9-5 की बढ़त लेकर जीता, भारतीय जोड़ी ने तीसरा गेम 10-10 के बाद 10-13और 11-14से पिछड़ 15,17और 18 पर बराबरी कर 20-18की बढ़त बनाकर गंवाया.
15वर्ष बालक एकल फाइनल में भी ताईपेई के चुंग हसिंग यिह ने भारत के अनिश दनेई थोप्पानि को 21-8,22-24,21-19से 55मिनट में हराया, सुचित्रा, हैदराबाद के अनिश ने पहली बार इस स्पर्धा में हिस्सा लिया , 17 वर्ष बालक एकल खिताब भी ताईपेई के वेई -चेंग सु ने पहले क्रम के मलेशिया के मुहम्मद फैक को 21-17,21-19से हराकर उलटफेर करते हुए जीता,15वर्ष बालिका एकल फाइनल थाईलैंड की खिलाड़ी के ही बीच हुआ, पहले क्रम की अन्यापात फिचित्प्रीचसाक ने पास्सा-ओर्न फन्नाचेत को 21-13,21-16से हराया. पास्सा -ओर्न ने यातावीमिन केत्कलिंग के साथ 15वर्ष बालिका युगल खिताब जापान की सोरा हताकेयामा और हाना मिजू को 21-10,21-17से हराकर जीता,15वर्ष बालक युगल और 17वर्ष बालिका युगल खिताब दक्षिण कोरियाई जोड़ी ने जीते,
तीन रजत सहित पांच पदक बडी उपलब्धि – संजय मिश्रा
भारत को तीन रजत और दो कांस्य पदक हासिल हुए, भारतीय बैडमिंटन संगठन महासचिव संजय मिश्रा ने सभी को बधाई देते हुए स्मैश को बताया कि हमारे सीनियर और जूनियर 19वर्ष आयु में बढ़िया खेलने के बाद अब 17वर्ष आयु में भी भारतीय अच्छा खेल रहे हैं, तस्नीम मीर और तारा शाह के बाद 15 वर्ष आयु में भी सफलता मिली हैं. तीनों उपविजेता रहे के सवाल के जवाब में संजय मिश्रा ने कहा तो क्या हुआ, पदक का रंग तो आगे बदल जाएगा, आगे स्वर्ण भी आ सकता हैं, यह भी बड़ी उपलब्धि ही हैं.
भारतीय टीम का अभ्यास शिविर रायपुर, छत्तीसगढ़ में ही लगा, शिविर की तैयारियों से ही लग रहा था कि हमारे खिलाड़ी पदक जरुर लाएंगे, लेकिन कौन और कितने यह कह नहीं सकते थे,15 और 17 वर्ष आयु में परिणाम जल्दी बदलते हैं, कोरोना काल के बाद यह भी मालूम नहीं था कि दूसरे देशों से कौन कैसा खेल रहा हैं, ऐसे में हमारे खिलाडियों द्वारा पांच पदक हासिल करना बड़ी उपलब्धि हैं.
उन्नति हूडा (Unnati Hooda) प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, वह जूनियर 19वर्ष और सीनियर में भी अच्छा खेल रही है,, संस्कार और अर्श भी बढ़िया खेले हैं, ये फोकस करके मेहनत करेंगे तो इनका भविष्य उज्जवल हो सकता हैं, लक्ष्य सेन के आयु प्रमाणपत्र के मामले में उन्होंने फिलहाल कुछ भी कहने से इन्कार किया, वे कहते हैं कि मामला कानूनी जांच के दायरे में हैं, यदि संबंधित के पास लक्ष्य सेन के प्रमाण थे तो वे अब तक कहां छुपे थे, लक्ष्य सेन को अर्जुन पुरस्कार मिलने के अगले दिन ही मामला क्यों दायर हुआ, जब वे जूनियर खेल रहे थे क्या तभी आपत्ति नहीं जताई जानी थी!! एशियाई जूनियर स्पर्धा में उन्नति हूडा और भारतीय खिलाडियों के प्रदर्शन पर भारत के पूर्व मुख्य सीनियर प्रशिक्षक यु विमलकुमार ने स्मैश को कहा “बढ़िया, मुझे विश्वास है कि हमारे नये युवा पीढ़ी खिलाड़ियों की तैयार हो रही हैं, उन्हें सही मार्गदर्शन मदद मिलेगी तो वे आनेवाले सालों में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे,”
साइना और सिंधु के बाद उन्नति
बैडमिंटन एशिया ने उन्नति हूडा (Unnati Hooda) के प्रदर्शन पर लिखा है कि वह पीवी सिंधु और साइना नेहवाल के बाद भारत की अगली महिला स्टार हैं, उन्नति हूडा (Unnati Hooda) के प्रशिक्षक रोहतक, हरियाणा के छोटूराम इनडोर स्टेडियम के प्रशिक्षक प्रवेश कुमार भी बहुत खुश हैं, उन्होंने बताया कि उन्नति (Unnati Hooda) ने फाइनल जीतने के भी पूरे प्रयास किए, सेमीफाइनल और फाइनल मैच के पहले मैनै वीडियो काल के माध्यम से उसको मैच जीतने के लिए प्रेरित किया, उन्नति हूडा (Unnati Hooda) इस साल की शुरुआत में ओडिशा खुली सुपर-100 सीनियर बैडमिंटन स्पर्धा में महिला एकल खिताब हासिल कर चुकी हैं.
ट्रेसा और गायत्री एवं सुमीत और मनीषा की जोडी बहरीन अंतरराष्ट्रीय में उपविजेता
बहरीन के मनामा में हुई बहरीन अंतरराष्ट्रीय चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा में पहले क्रम की भारत की ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद महिला युगल फाइनल में विश्व नंबर 111 इंडोनेशिया की लनी ट्रिआ मयासरि और रिब्का सुगिआर्तो से 18-21,16-21से 40मिनट में हार गई, विश्व नंबर 19 ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद ने सेमीफाइनल में विश्व नंबर 86 इंडोनेशिया की ही अनिसानाया कमिला अझ झाहरा दित्या रामधानि को 21-12, 21-16 से हराया,
मिश्रित युगल फाइनल में विश्व नंबर 107 थाईलैंड के रुत्तानापाक ओयुपथोंग और झेनिचा सुल्जाइप्रपार्त ने भी सुमीत रेड्डी और के मनीषा को 22-20,21-17से 46मिनट में हराया, विश्व नंबर 536सुमीत और मनीषा ने सेमीफाइनल में हमवतन विश्व नंबर 141 एच वी नितिन और पूर्विशा एस राम को 21-14,21-4 से पराजित किया था,
अनुपमा और कार्तिकेय सेमीफाइनल में पराजित
विश्व नंबर 53 भारत की अनुपमा उपाध्याय महिला एकल सेमीफाइनल में विश्व नंबर 119 इंडोनेशिया की ईस्टर नुरुमी ट्रि वारदोयो से 21-16, 20-22, 13-21से 55मिनट में पराजित हुई , ईस्टर 29 नवम्बर को ही विश्व जूनियर रैंकिंग में अनुपमा उपाध्याय को नंबर दो पर धकेल कर नंबर एक बनी है, ईस्टर ने विश्व जूनियर बैडमिंटन स्पर्धा में कांस्य पदक प्राप्त किया था, ईस्टर फाइनल में विश्व नंबर 120 थाईलैंड की पित्चामन ओपत्निपुथ से 17-21,16-21से हारी, विश्व नंबर 85भारत के कार्तिकेय गुलशन कुमार पुरुष एकल सेमीफाइनल में विश्व नंबर 544 ताईपेई के कुओ कुआन लिन से 21-23,19-21से 48मिनट में हारे,कुओ को फाइनल में पहले क्रम के मलेशिया के नग त्झे योंग ने 15-21,22-20,12-21सै पराजित किया,
कृष्ण प्रसाद और विष्णुवर्धन उलटफेर के शिकार
पहले क्रम के भारत के कृष्ण प्रसाद गर्ग और विष्णुवर्धन गोड पंजला पुरुष युगल सेमीफाइनल में विश्व नंबर 149 इंडोनेशिया के मुहम्मद रयहान नुर फदिल्लाह और रहमत हिदायत से 16-21,21-16,15-21से एक घंटे सात मिनट में पराजित हुए, इसी इंडोनेशियाई जोड़ी ने खिताब हासिल किया