यूँ तो कश्मीर को हिंदुस्तान का स्वर्ग कहा जाता है लेकिन अगर आपको धरती में साक्षात् देवलोक की अनुभूति करनी है तो वो काशी में आज देखने को मिलेगा।
क्योंकि आज सभी देवी देवता देवलोक से काशी में उतरेंगे। इस बार काशी के घाट, कुंड और सरोवरों पर 21 लाख दीपों की रोशनी की आभा दीप मालिकाओं का स्वर्णिम संसार रचेगी।
जी हाँ, वाराणसी में आज देव दीपावली बहुत धूमधाम से मनाई जाएगी। काशी में आज शाम को स्वर्ग जैसा नजारा दिखाई देगा। आज सारे देवता देव लोक से काशी आएंगे और देव दीपावली मनाएंगे। सभी घाटों को लाखों दीयों से रौशन किया जाएगा, जिसे देखने देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक वाराणसी पहुंचे है। बीती शाम मुख्यमंत्री योगी ने सभी तैयारियों का जायज़ा लिया।
अमृत महोत्सव में 75 रंगोलियों से सजाया गया काशी धाम
जिला प्रशासन की ओर से 10 लाख दीप और काशीवासियों के सहयोग से 11 लाख दीपक जलाए जाएंगे। अस्सी घाट से सामनेघाट तक 108 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव होगा। काशी के पंचक्रोशी परिक्रमा पथ के तहत ग्रामीण व शहरी इलाकों में 101 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव का आयोजन पहली बार होगा। अमृत महोत्सव में 75 वर्ष पर रंगोली, चित्र, पोस्टर की सजावट होगी।
फूलों से सजा बाबा विश्वनाथ का दरबार
बाबा के धाम को फूलों से विशाखापत्तनम के एक श्रद्धालु द्वारा 50 टन फूलों से बाबा दरबार सजाया-संवारा जा रहा है। सजावट ऐसी है कि धाम में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को लोकार्पण समारोह की यादें जेहन में फिर से ताजा हो जाएंगी।
लेज़र शो से सुनाई जायेगी प्रभू अवतरण की कथा
इस बार काशी आने वाले पर्यटक मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण व देव दीपावली का कथा सुन सकेंगे। गंगा की गोद में लेजर और लाइट मल्टीमीडिया शो के माध्यम से भगवान शिव के भजनों की प्रस्तुति भी होगी। 20 मिनट का शो कई बार दिखाया जाएगा, जिससे देव दीपावली पर वाराणसी के घाटों पर आने वाले सभी श्रद्धालु देख सकेंगे।