नई दिल्ली। गुरुवार को भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) की वेबसाइट का नया संस्करण लॉन्च किया। भारतीय रेलवे ने टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए अपनी ई-टिकटिंग वेबसाइट www.irctc.co.in और IRCTC रेल कनेक्ट मोबाइल ऐप का नवीनीकरण और उन्नयन किया है। नई वेबसाइट को नेक्स्ट जेनरेशन नाम दिया गया है। बता दे कि, IRCTC 2014 से ई-टिकटिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
वही रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा कि, कोरोना काल से पहले कुल आरक्षित रेलवे टिकटों की लगभग 73 प्रतिशत ऑनलाइन माध्यम से बुक होती थीं वह अब बढ़कर 83 प्रतिशत पर पहुंच गई है। साथ ही उन्होंने आगामी वर्षों में इस चलन के और बढ़ने की संभावना जताते हुए कहा कि, भविष्य की जरूरतों को देखते हुए वेबसाइट की क्षमता एवं यात्रियों की सुविधा को बढ़ाना जरूरी हो गया था।
उन्होंने कहा कि, वेबसाइट अब अधिक लोड पड़ने पर भी हैंग नहीं होगी। कम समय में टिकट बुक होगा। वेबसाइट पर अब टिकट बुक कराने के साथ-साथ अपना मनपसंद खाना, रिफ्रेशमेंट, रिटायरिंग रूम, होटल आदि की भी बुकिंग करवा सकेंगे। एक क्लिक में रिफंड की स्थिति भी जान सकेंगे। टिकट बुक करते समय वेटिंग टिकट के कन्फर्म होने की भी कितनी संभावना है, यह भी बताया जाएगा।
रेल मंत्री ने बताया कि, वेबसाइट के नई सुविधाओं से लैस होने से अब तत्काल टिकट की बुकिंग के दौरान यह हैंग नहीं होगी। रेलवे का दावा है कि एक मिनट में 10 हजार टिकटों की बुकिंग की जा सकेगी। फिलहाल एक मिनट में 7500 बुकिंग होती हैं। वर्तमान में इस वेबसाइट से एक दिन में 8 लाख टिकट बुक होते हैं। वेबसाइट से छह करोड़ सक्रिय उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। अब एक साथ 5 लाख लोग लॉगिन कर सकेंगे, पहले यह संख्या 40 हजार थी। यह रेलवे की बड़ी ताकत है।
गोयल ने अपने संबोधन में 2020 को चुनौतीपूर्ण बताते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे ने इस चुनौती को अवसर में बदला है। उन्होंने कहा कि, अर्थव्यवस्था और उद्योगों के साथ-साथ यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने कोरोना काल में खुद को भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार किया है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर वेबसाइट को और आधुनिक बनाने के लिए आईआरसीटीसी और सेटंर फॉर रेलवे इन्फार्मेशन सिस्टम (क्रिस) की सराहना करते हुए कहा कि दोनों ने संयुक्त रूप से रेल यात्रियों को नए वर्ष का तोहफा दिया है।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की सलाह से वेबसाइट को काफी सरल और सुविधाजनक बनाया गया। इससे इसकी स्पीड सुधरेगी और टिकट कम से कम समय में बुक हो सकेगा। रेल मंत्री ने कहा कि, अगले डेढ़ से दो साल के अंतर डीएफसी का काम पूरा करने का लक्ष्य है। हालांकि इसमें राज्य सरकार के सहयोग की अपेक्षा है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भूमिका सराहनीय है।
बता दे कि, भारतीय रेलवे 81 हजार करोड़ की लागत से मालगाड़ियों के लिए दो पृथक गलियारा (फ्रेट कॉरिडोर) तैयार कर रहा है। इसमें वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1506 किमी लम्बा है। वह जेएनपीटी मुंबई को दादरी उत्तर प्रदेश से जोड़ेगा। ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1875 किमी लम्बा है। यह लुधियाना पंजाब को दानकुनी पश्चिम बंगाल से जोड़ेगा। दो दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने ईडीएफसी के 351 किलोमीटर लम्बे ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा कॉरीडोर का उद्घाटन किया था।