लखनऊ। सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने नये कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी और यूपी सीएम योगी से आर-पार की लड़ाई का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस के बल पर देश को कॉरपोरेट में बदल कर देश की आत्मा को कुचलना चाहते हैं। दरअसल, सपा के वरिष्ठ नेता चौधरी ने जिले के बाँसडीह विधानसभा क्षेत्र के सैदपुरा ग्राम में आयोजित ‘किसान घेरा चौपाल’ को संबोधित किया। साथ ही, किसान संगठनों से अनुरोध किया कि, ”31 दिसम्बर तक विवादास्पद तीनों कृषि क़ानूनों को वापस नहीं लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी शक्ल नहीं देने की स्थिति पर किसान संगठन ‘मानेंगे नहीं पर मारेंगे नहीं’ के नारे के साथ आर पार की लड़ाई लड़ें।” उन्होंने कहा कि, “मोदी के इरादे को किसी कीमत पर सफल नहीं होने देना है। देश की आत्मा की रक्षा के लिए हम बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए तैयार रहें।”
साथ ही उन्होंने राजधानी बार्डर पर एक महीने से ज्यादा डटे किसानों को सलाम करते हुए कहा कि, “किसान कॉरपोरेट की जंजीरों को तोड़ने की लड़ाई लड़ रहे हैं और इसमें देश का हर किसान उनके साथ है और 29 दिसंबर के प्रस्ताव पर नजर गड़ाए है।” चौधरी ने आगे कहा कि, मोदी सरकार के पास अवसर है और वह चाहे तो इस अवसर पर तीनों क़ानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी शक्ल देकर मंगलवार को ऐतिहासिक दिन बना सकती है।
उन्होंने कहा कि, “कॉरपोरेट के मोह में भारत सरकार अगर क़ानूनों को वापस लेने का ऐलान नहीं करती है तो किसान संगठन 31 दिसम्बर से राष्ट्रीय स्तर पर आर पार की लड़ाई की घोषणा करें और इस आर पार की लड़ाई में समाजवादी पार्टी हर स्तर पर किसानों के साथ रहेगी।”