देश के समुचे राज्यों से करीब-करीब मानसून जा चुका हैं। इसी के बाद एक बार फिर से मध्यप्रदेश के आने वाले दिनों में बरासात का सिलसिला शुरू हो सकता है। मौसम विभाग ने 14 से ज्यादा जिलों में हल्की वर्षा की संभावना जताई है। कई इलाकों में नमी का आना जारी है।
इसी के साथ दक्षिण पश्चिम मानसून प्रदेश के पूरे चंबल संभाग के साथ उज्जैन एवं ग्वालियर संभागों के कुछ हिस्सों से जा चुका है। जिसकी नर्गमन लाइन उत्तरकाशी, नजियाबाद, आगरा, ग्वालियर, रतलाम, भरूच से होकर गुजर रही है।
यहा पर हुई 1 सेमी बारिश
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के जबलपुर, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम एवं उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। हर्राई में 1 सेमी बारिश हुई है। तापमान में भी विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है। सबसे ज्यादा तापमान 36 डिग्री ग्वालियर में और सबसे कम तापमान 19 डिग्री मंडला, मलाजखंड, बैतूल में किया गया।
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अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान बता रहा है कि रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम संभागों के जिलों में डिंडौरी, विदिशा, रायसेन, सीहोर, खंडवा, देवास, शाजापुर, आगर, बुरहानपुर, रतलाम, मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
पूरे प्रदेश में हो लकती है बरसात
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि, कल से पूर्वी हिस्से में और बुधवार से पूरे प्रदेश में एक बार फिर बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना बन रही है। जानकार इसके पीछे का कारण बताते हुए कहते हैं कि बंगाल की खाड़ी में पिछले तीन दिनों से चक्रवात एक्टिव है। इसी के पास रविवार को एक अन्य चक्रवात भी बना है।
बताया जा रहा है कि आज दोनों का विलय हो सकता है। इस सिस्टम के कारण मंगलवार से मध्य प्रदेश में वर्षा का सिलसिला शुरू होने के आसार हैं। रुक–रुककर वर्षा का सिलसिला नौ अक्टूबर तक बना रह सकता है।