भोपाल। शुक्रवार को मध्य प्रदेश के रायसेन जिल में ‘किसान कल्याण’ समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के ऊपर फूल बरसाए। साथ ही उन्होंने इस समारोह में आए किसानों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। कुछ किसानों ने उन्हें कुछ कागज या दस्तावेज भी दिए जिसे उन्होंने स्वीकार किया। साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, “किसान से यदि बोवनी के समय कोई व्यापारी उसके उत्पाद खरीदने को लेकर समझौता कर ले और किसान को लगे कि उसे अधिक मुनाफा मिल रहा है, तो इसमें विपक्ष के मित्रों को दर्द क्यों हो रहा है?” उन्होंने कहा कि कोई मंडी बंद नहीं होगी और एमएसपी की व्यवस्था भी पूर्ववत जारी रहेगी. किसानों को जहां ज्यादा दाम मिलेगा, वह अपनी उपज बेचेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने आगे कहा कि, “कांग्रेस के नेताओं ने अपनी सरकार के समय न बिजली की व्यवस्था की, न सिंचाई की व्यवस्था की, न सड़क बनाई, न रोज़गार दिया, न शिक्षा व्यवस्था बेहतर की, न स्वास्थ्य सुविधाएं दीं। वही नेता आज अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर चला रहे हैं।”
सम्मलेन में शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि, स्टॉक लिमिट को हटा दिया गया है। अब व्यापारी ज़्यादा उत्पाद खरीद सकेंगे जिससे कीमतें बढ़ेंगी और उसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि, “किसानों की आय को दोगुना करना हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जुनून है। उन्होंने अनेक कल्याणकारी योजनाएं और नया कृषि कानून लाकर किसानों के सशक्तिकरण और समृद्धि के लिए नये द्वार खोल दिये हैं।”
साथ ही उन्होंने कहा कि, “नए कृषि कानून में किसान अपनी उपज चाहे मंडी में बेचे या मंडी के बाहर, वह स्वतंत्र हैं। पीएम मोदी ने किसानों को वर्षों पुरानी कानूनी बेड़ियों से मुक्त करने का काम किया है। नये कानून से किसान की समृद्धि के नये द्वार खुलेंगे।”
#WATCH | Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan showers flower petals on farmers at 'Kisan Kalyan' event in Raisen district pic.twitter.com/OMJ9ekQVsv
— ANI (@ANI) December 18, 2020
संबोधन में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि, “राहुल गांधी जी, दिग्विजय सिंह जी और कमलनाथ जी, आप उपवास नहीं, पश्चाताप कीजिये। आपने केवल झूठे वादे किए जबकि हमने किसानों को करोड़ों रुपये के हितलाभ सौंपे।”