गांधीनगर : गुजरात में कांग्रेस पार्टी को लगातार एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी 26 में से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी. वहीं नवंबर में जब उपचुनाव के परिणाम सामने आए तो पार्टी को इसमें भी बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ा. माना जा रहा है कि पार्टी के लगातार निराशाजनक और खराब प्रदर्शन को देखते हुए अब गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे परेश धनानी ने अपने पदों से त्याग पत्र दे दिया है.
गुजरात में कांग्रेस पार्टी की स्थिति बहुत खराब है और इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के इस्तीफों ने कांग्रेस को और भी कमजोर कर दिया है. धयान देने योग्य बात यह है कि कांग्रेस को ये बड़े झटके ऐसे समय में लगे है जब बहुत जल्द गुजरात में निकाय चुनाव का आयोजन होना है. इन नेताओं के इस्तीफे के बाद अब गुजरात कांग्रेस में इन पदों को भरने के लिए भीतरघात जारी है. जानकारी है कि विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी अब शैलेश परमार पूंजा वंश और अश्विन कोटवाल में से किसी एक को दी जा सकती है.
दूसरी ओर गुजरात कांग्रेस के लिए यह भी असमंजस की स्थिति है कि प्रदेश अध्यक्ष का पद किसे सौंपा जाए. इस पद के लिए अर्जुन मोढवाडिया और जगदीश ठाकुर का नाम शीर्ष पर है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गुजरात कांग्रेस के जाने-माने और युवा नेता हार्दिक पटेल को पार्टी कार्यकारी अध्यक्ष बना सकती है.
बैकफुट पर कांग्रेस…
गुजरात में कांग्रेस पार्टी पूरे तरह से बैकफुट पर है. कांग्रेस को उस समय भी बहुत बड़ा झाका लगा था, जब राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले आठ कांग्रेसी विधायकों ने भारतीय जनता का दामन थाम लिया था. आठ सीटों पर हुए उपचुनाव में सभी सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी. इन सबके बीच आगामी गुजरात नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस की राह कतई भी आसान नज़र नहीं आ रही है.