सरकार ने जनता के साथ किया विश्वासघात, किसान आंदोलन के बीच इन मुद्दों पर बोले गहलोत

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जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है. इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. अशोक गहलोत ने पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार को लताड़ लगाई है. सीएम गहलोत ने अपने आधिकारिक ट्विटर एकाउंट पर कई ट्वीट किए हैं.

उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि, ”कोरोना महामारी के दौर में केंद्र सरकार द्वारा डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोत्तरी करना आम आदमी के साथ विश्वासघात है. यूपीए सरकार के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 120 डॉलर प्रति बैरल थीं लेकिन पेट्रोल, डीजल के दाम 70 रुपये प्रति लीटर थे.”

गहलोत ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि, ”मोदी सरकार के दौर में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 50 डॉलर प्रति बैरल से भी कम पहुंच गई है लेकिन मोदी सरकार डीजल, पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ा रही ही है.” गहलोत ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि, ”जब किसी राज्य में चुनाव होते हैं तो केंद्र सरकार डीजल, पेट्रोल के दामों को स्थिर कर देती है लेकिन चुनाव खत्म होते ही पुन: दाम बढ़ा देती है.”

राजस्थान के सीएम गहलोत यहीं नहीं रुके. उन्होंने ट्विटर पर इसके बाद भी दो और ट्वीट किए. अशोक गहलोत ने अपने चौथे ट्वीट में सरकार पर फिर बरसते हुए लिखा कि, ”कल रसोई गैस के दामों में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी कर मोदी सरकार ने आमजन का बजट बिगाड़ दिया है। केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस सब्सिडी को खत्म कर दी है जिससे उज्ज्वला योजना में कनेक्शन पाने वाले गरीब लोग भी अपना सिलेंडर रिफिल नहीं करा पा रहे हैं.” वहीं अशोक ने अपने पांचवें और अंतिम ट्वीट में कोरोना अकाल को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. गहलोत ने कहा कि, ”कोरोना काल में जब सरकार को लोगों की मदद करनी चाहिये थी तब मोदी सरकार लोगों को महंगाई के बोझ तले दबा रही है. केंद्र सरकार को कच्चे तेल की कम कीमत का फायदा आमजन को देने के लिये डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दाम कम करने चाहिये.”