लखनऊ : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव ने इस बात से साफ़ इंकार कर दिया है कि उनकी पार्टी उनके भतीजे अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी में अपना विलय नहीं कर रही है. साथ ही उन्होंने विलय को लेकर एक सीट दिए जाने को मजाक बताया है. पार्टी की आगे की रणनीति के बारे में बात करते हुए शिवपाल यादव ने बताया है कि 21 दिसंबर से हम आगामी विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2021 के शुरुआती माह में विधानसभा चुनाव का आयोजन होना है. इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अभी से ही अपनी तैयारियों पर जोर देना शुरू कर दिया है.
चुनावी अभियान में रथयात्रा-पदयात्रा…
जानकारी देते हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव ने बताया है कि वे विधानसभा चुनाव अभियान में रथयात्रा और पदयात्रा दोनों ही रुप से लोगों तक पहुंचेंगे. समाजवादी पार्टी के साथ विलय को लेकर इंकार करने वाले शिवपाल ने इस दौरान तेलंगाना के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में आने के संकेत दिए हैं.
गुरुवार को शिवपाल यादव ने पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का स्वतंत्र अस्तित्व बना रहेगा और पार्टी विलय जैसे एकाकी विचार के समर्थन में नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के सम्मान से समझौता नहीं किया जाएगा और न ही उनके विश्वास को तोड़ा जाएगा. बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, सपा अध्यक्ष और शिवपाल यादव के भतीजे अखिलेश यादव ने कहा था कि यूपी में हमारी सरकार बनने पर प्रसपा को एक मंत्री पद दिया जाएगा.