बॉलीवुड एक्ट्रेस और पंगा क्वीन कंगना रनौत जो हमेशा अपने बयानों के चलते सुर्ख़ियों में रहती है। वह पिछले काफी महीनों से विवादों में भी घिरी हुई है। दरअसल, अब हाल ही में कंगना ने अपने ऑफिस को बीएमसी द्वारा तोड़े जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दायर करवाई है। जी हां कंगना के इस कैविएट दायर करवाने का मतलब ये है कि आवेदन यह सुनिश्चित करने के लिए दायर कि गई है कि बिएमसी कोई भी कदम कंगना को बिना बताए नहीं उठाएगी। जिससे पिछले सप्ताह दिए गए बॉम्बे हाई कोर्ट के अनुकूल आदेश जारी रहेगा।
जानकारी के मुताबिक, बॉम्बे हाई कोर्ट ने कुछ दिन पहले ही कंगना के हित में फैसला सुनाया था। वो फैसला उनके मुंबई स्थित ऑफिस को लेकर था। दरअसल, 9 सितंबर को बीएमसी द्वारा की गई तोड़फोड़ के मामले में हाई कोर्ट ने बिएमसी को फटकार लगाई है। साथ ही बीएमसी के इस कदम को दुर्भावनापूर्ण रवैया करार दिया है।
कोर्ट ने ये बात साफ कर दी है कि कंगना द्वारा तोड़फोड़ में हुए नुकसान के बयान का वह समर्थन नहीं करता है। हालांकि, अभी नुकसान की भरपाई पर कोर्ट ने कोई फैसला नहीं सुनाया है। इसका फैसला कोर्ट आगे सुनाएगा। दरअसल, कंगना के वकील ने दावा किया है कि उनके ऑफिस के 40 फीसद हिस्से को नुकसान पहुंचाया गया है। जिसके बाद कंगना ने कोर्ट का रुख किया था और फिर संशोधित याचिका में बीएमसी की कार्रवाई को लेकर मुआवजे की मांग की थी। जिसमें कंगना ने उन्होंने दो करोड़ रुपये की मांग की थी।