धार: धार जिले के प्रारंभ डैम में लीकेज के चलते बांध टूटने की जो स्थिति बनी थी उससे प्रशासन ने निपटने में जी तोड़ मेहनत की. इस मेहनत के बदौलत आखिरकार डैम से पानी सुरक्षित तरीके से खाली कर दिया गया. अब डैम पूरी तरह से खाली हो चुका है. डैम का पानी धार और खरगोन के इलाकों से गुजरता हुआ महेश्वर की नर्मदा नदी में गिर चुका है.
डैम का पानी एबी रोड पर पुल डूबने की स्थिति भी नहीं बनी और पुल के पांच से छह फिट से नीचे से पानी बह गया. नदी का जलस्तर बहुत कम है और खतरा टल चुका है.
Must Read- 7th Pay Commission: स्वतंत्रता दिवस पर कर्मचारियों को मिला खास तोहफा, 3 फीसदी बढ़ा DA
इस मामले में मध्य प्रदेश सरकार के उद्योग नीति और निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने एक बड़ी बात कह दी है. मंदसौर में वो यह कहते दिखाई दिए कि कंस्ट्रक्शन कंपनी की मिसकैलकुलेशन की वजह से यह लीकेज हुआ है. दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा. बता देगी डैम में जब लीकेज हुआ था दत्तीगांव पूरे समय वहां पर मौजूद थे.
बता दें धार जिले के धरमपुरी के कोठीदा गांव में कारम नदी पर बने डैम में लीकेज हो रहा था. इस लीकेज को रोकने के लिए एक चैनल बनाया गया जिसके माध्यम से डैम का पानी बहाया गया ताकि दीवार को ढहने से रोका जा सके. बनाए गए चैनल में मिट्टी का टीला धंस गया था. जिसके बाद पानी बहुत तेज स्पीड से बाहर आ रहा था और गांव के डूबने का खतरा बढ़ गया था. लेकिन किसी तरह से यह पानी बहता हुआ निकल गया और कोई भी नुकसान नहीं हुआ.