अगर आप मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। दरअसल ऑल इंडिया नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट ने यह आयोजन 17 जुलाई को किया था। अब कैंडिडेट्स को इस अपने एग्जाम रिजल्ट का इंतजार है क्योंकि अब नीट स्कोर के आधार पर ही उम्मीदवार काउंसलिंग राउंड में शामिल हो पाएंगे। जिसके बाद ही अपने पसंद के कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
लेकिन अब ऑल इंडिया कोटा सीटों और स्टेट सीटों पर एडमिशन के लिए काउंसलिंग अलग-अलग आयोजित होगी। जिसका शेड्यूल भी रिजल्ट जारी होने के बाद उसे भी रिलीज किया जाएगा। यह तो हम जानते है कि मेडिकल की पढ़ाई बहुत ज्यादा महंगी हो गई है, ऐसे में अब प्राइवेट कॉलेज से अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्ट की कीमत भी लगभग 80 लाख से एक करोड़ तक हो गई है। जिसके बाद से अब उम्मीदवार सरकारी सीट पर एडमिशन लेने की आस रखते हैं। लेकिन अब दाखिला लेने के लिए एग्जाम में अच्छा स्कोर होना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि अब सरकारी सीटें काउंसलिंग में सबसे पहले ही पूरी हो जाती है।
Must Read- सातवां वेतन आयोग: महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का हुआ ऐलान
आपको बता दे कि जो उम्मीदवार इस बार की परीक्षा में शामिल हुए हैं और इस बात को लेकर असमंजस में है कि सरकारी कॉलेज में दाखिले के लिए आपका कितना स्कोर होना जरूरी है। तो एक्सपर्ट के अनुसार जनरल कैटेगरी के लिए AIQ 15% कोटा के जरिये सरकारी सीट पाने के लिए उम्मीदवार को 650 से अधिक का स्कोर लाना अनिवार्य है। वही स्टेट कोटा की 85% सीटों पर 600 से अधिक स्कोर वाले सरकारी सीट पा सकते हैं। ऐसे में OBC कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए यह कट ऑफ AIQ सीटों के लिए 640 और स्टेट सीटों के लिए 590 हो सकता है।
लेकिन आपको बता दें कि एससी कैटेगरी के लिए AIQ काउंसलिंग में सरकारी सीट पाने के लिए कट-ऑफ करीब 450 रह सकता है। लेकिन स्टेट कोटा के लिए यह स्कोर 385 का होना सेफ बताया गया है। तो वहीं एसटी कैटेगरी के लिए 400 के स्कोर पर सरकारी सीट मिल सकती है, पर उसके लिए अगर कैंडिडेट ने इन संभावित कटऑफ से अधिक अटेंड किया है तो ही ये संभव है। तभी उम्मीदवार सरकारी सीट पाने के हकदार हो सकते हैं।