वार्षिक रूरल मार्केटिंग फेस्ट उत्साह का समापन

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आईआईएम इंदौर का तीन दिवसीय वार्षिक मार्केटिंग फेस्ट- उत्साह22 नवंबर 2020 को संपन्न हुआ। इस वर्ष पहली बार इस कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन किया गया। उद्घाटन 20 नवंबर, 2020 को प्रोफेसर रंजीत नंबुदिरी, डीन-प्रोग्राम्स और प्रोफेसर अभिषेक मिश्रा, चेयर, इंडस्ट्री इंटरफ़ेस ऑफिसऔर फैकल्टी, आईआईएमइंदौर की उपस्थिति में हुआ। इस फेस्ट में उद्योग जगत के दिग्गजों ने लीडरशिप सीरीज में अपने अनुभव साझा किए, जिसमेंदेश भर से1500+ प्रतिभागियों ने भाग लिया।

“लीडरशिप सीरीज़” में दीपाली नायर, सीएमओ, आईबीएम – भारत और दक्षिण एशिया; भीष्म भटेजा, सह-संस्थापक और सीओओ, द मैन कंपनी; और मैनक धर, किम्बरली क्लार्क- भारत और दक्षिण एशिया के एमडी और सीईओ, शामिल हुए। उन्होंने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उनके सवालों का जवाब दिया।

फेस्ट में ‘ड्राइविंग बिज़नस थ्रू डिजिटल’विषय पर एक पैनल डिस्कशन हुआ जिसमे जूही शिंदे, सर्च स्पेशलिस्ट, गूगल; कुहू जौहरी, डिजिटल मार्केटिंग स्ट्रेटेजिस्ट, गूगल; मधुरा मिस्त्री, एरिया बिज़नेस मैनेजर, तनिष्क-टाइटन और नीलाद्रि सरकार, ब्रांड मैनेजर-डिजिटल, एशियन पेंट्स पैनलिस्ट के रूप में शामिल हुए ।

फेस्ट में राज पाढियार, संस्थापक, डिजिटल गुरुकुल नेडिजिटल मीडिया मार्केटिंग और गोविंद चांडक, बिजनेस हेड, एनडीएसएम ने बिग डाटा एनालिटिक्स एंड मार्केटिंग पर वर्कशॉप आयोजित की।

ब्रिटानिया डेयरी के सीएमओ सौरभ बजाज ने उन महत्वपूर्ण रुझानों पर प्रकाश डाला, जिनका हम COVID दुनिया में अवलोकन कर सकते हैं। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण सवालों पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि दी, जैसे कि क्या ब्रांडों को मीडिया पर अपने खर्च को बढ़ाना या घटाना चाहिए। बकार्डी-एशिया के सीएमओ श्री अंशुमान गोयनका ने बताया कि किस प्रकार बकार्डी अनुभवात्मक विपणन में अग्रणी कंपनी बन गई। उन्होंने डिजिटल दुनिया में अनुभवात्मक विपणन के दायरे को समझाया और बताया कि कैसे बकार्डी ने लॉकडाउन के दौरान अपने ग्राहकों के साथ संबंध बनाए रखा। श्री अमित सेठिया, सीएमओ , सिस्काने एफएमसीजी बाजार के परिवारों और इस क्षेत्र में एक लीडर के रूप में सिस्का संस्थान कैसे उभरा, इस पर प्रकाश डाला। जीएपी वर्ल्डवाइड के मार्केटिंग डिवीजन हेड स्वप्निल पिंगले ने इस बात पर मंत्रणा की कि किस तरह से मार्केटिंग प्रोग्राम को डिलीवर करने के लिए बदलते उपभोक्ता व्यवहार को डिकोड किया जाए।

राघव गुप्ता, एमडी – इंडिया और एशिया पसिफ़िक, कोर्सेरा ने ऑनलाइन अवसरों का लाभ उठाने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में बात की। विकास गुप्ता, एमडी और सीईओ वाईली इंडिया ने बताया कि कैसे एग्जीक्यूटिव एजुकेशन को एक स्किल एन्हांसमेंट टूल के रूप में पुनर्मूल्यांकन करने और फिर से नए रूप में तब्दील करने की जरूरत है।

समापन समारोह में प्रोफेसर हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर ने उस्ताहा टीम को कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी और इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने Know-Be-Do फ्रेमवर्क को साझा किया और बताया कि कैसे ये तीन टिप्स किसी व्यक्ति को जीवन में सफल होने में मदद कर सकते हैं। ‘हमेशा याद रखें कि आप किसी विशेष स्थान पर क्यों हैं, या आप किसी विशेष कार्य को क्यों कर रहे हैं। अपने उद्देश्य को जानें पूरे जूनून से उसका पालन करें ‘, उन्होंने कहा। ‘Be’ भाग की व्याख्या करते हुए, उन्होंने प्रतिभागियों को हमेशा सही कारण से सही काम करने के लिए प्रोत्साहित किया । ‘सही निर्णयों को लागू होने में समय लग सकता है, निर्णय कठिन हो सकता है, लेकिन अंत में आपको सफलता मिलेगी और सही निर्णय लेने में खुशी होगी ’, उन्होंने कहा ।

फेस्ट के समन्वयक, रोहित सोनकर, प्रतिभागी, – आईपीएम और अमनदीप प्रसाद, प्रतिभागी-पीजीपी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इस फेस्ट ने विभिन्न उद्योग के दिग्गजों और शीर्ष प्रबंधकों के साथ बातचीत करने और उनके अनुभवों से सीखने के लिए देश भर के छात्रों को एक मंच प्रदान किया।