लखनऊ: आरडीएसओ के कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल आपको बता दें कि अनुसंधान अभिकल्प एवं मानव संगठन में तैनात रेलवे कर्मचारी अब निजी डायग्नोस्टिक सेंटर और अस्पतालों में अपनी जांच अब करा सकेंगे। आरडीएसओ अब निजी अस्पतालों का पैनल बनाएगा। जहां पर सीजीएचएस की दर से सभी प्रकार की पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी से जुड़ी हुई जांच की जाएगी। आरडीएसओ को भी अब मंडल रेल अस्पताल का दर्जा जल्द ही मिलने वाला है। ऐसे में अस्पतालों में आरडीएसओ अस्पताल के अलावा और भी अन्य मंडलों के सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी भी अपना उपचार कराते हैं।
आपको बता दें कि आरडीएसओ अस्पताल में कई महत्वपूर्ण जांच की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। जिसके लिए अब इससे जुड़े सेवारत एवं सेवानिवृत्त रेल कर्मियों के अलावा उनके परिवारजनों को भी जांच के लिए निजीडायग्नोस्टिक सेंटर अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते थे और ऐसे में कई बार रिपोर्ट आने में देरी की वजह से उपचार कराने में भी काफी समय लगता था। जिसके चलते प्रशासन से कर्मचारियों ने जांच में देने की शिकायत की थी। जिसके बाद कर्मचारियों के लिए जरूरत पड़ने पर rt-pcr की कोविड की जांच हो सके और इसकी व्यवस्था की जाएगी।
Must Read- आधार कार्ड में लगी फोटो नहीं है पसंद? इस आसान प्रोसेस से करें अपडेट
दरअसल रेलवे प्रशासन से कई बार कर्मचारियों ने जांच में देरी होने की शिकायत की थी। जिसमें कई तरह की जांच में शामिल है, जैसे एमआरआई, सीटी, पेट स्कैन इन जांचों के लिए परेशान होना पड़ता था। लेकिन अब यह जांचे निजी भी डायग्नोस्टिक सेंटर और अस्पतालों में बहुत ही महंगी होती है। ऐसे में सेवानिवृत्त कर्मचारी इससे प्रभावित होते हैं और अपनी पेंशन का एक हिस्सा भी इस पर खर्च करना होता है। यह तक कि आरडीएसओ अस्पताल से लेकर डायग्नोस्टिक सेंटर तक के चक्कर भी लगाने पड़ते थे। लेकिन कर्मचारियों को अब राहत देने के लिए प्राइवेट अस्पतालों को इंपैनल्ड किया जाएगा। क्योंकि इन डायग्नोस्टिक सेंटरओ और प्राइवेट अस्पतालों में सीजीएचएस की दर से ही कर्मचारियों से जांच का शुल्क लिया जाएगा। ऐसे में जांच के लिए दिए हुए शुल्क की पूर्ति आरटीएसओ प्रशासन के द्वारा बाद में की जाएगी। जिसके चलते आरडीएसओ ने कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है।