घमासान के कार्यक्रम में आख़िरी बार इंदौर आई थी मृदुला सिन्हा, महिलाओं के बीच छोड़ कर गई थी अमिट छाप

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By Akanksha JainPublished On: November 18, 2020

इंदौर। बुधवार को गोवा की पूर्व राज्यपाल, बीजेपी की नेत्री और वरिष्ठ लेखिका मृदुला सिन्हा का निधन हो गया। बता दे कि, मृदुला की अंतिम इंदौर यात्रा घमासान.कॉम द्वारा आयोजित अखिल भारतीय महिला साहित्य समागम के लिए थी। महिला साहित्यकारों के इस आयोजन के बारे में सुनते ही मृदुला सिन्हा ने बड़ी सहजता से घमासान का आमंत्रण स्वीकार किया था। उनकी गरिमामयी उपस्थिति और सहज व्यवहार ने सभी प्रतिभागियों के मन मोह लिया था।


घमासान के कार्यक्रम में आख़िरी बार इंदौर आई थी मृदुला सिन्हा, महिलाओं के बीच छोड़ कर गई थी अमिट छाप

वही, व्यक्तिगत चर्चा में साहित्यकार मृदुला सिन्हा ने वरिष्ठ पत्रकार राजेश राठौर से इस आयोजन की सराहना करते हुए अगले वर्ष के आयोजन हेतु अमूल्य सुझाव भी दिए थे। घमासान परिवार की ओर से आदरणीय मृदुला सिन्हा को सादर श्रद्धांजलि।

गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं मृदुला सिन्हा

आपको बता दे कि, मृदुला सिन्हा गोवा की पहली महिला राज्यपाल थीं। 27 नवंबर 1942 को बिहार के मुजफ्फरनगर के छपरा गांव में मृदुला सिन्हा का जन्म हुआ था। मृदुला को राजनीति के अलावा साहित्य की दुनिया में भी उनका नाम काफी मशहूर था। वह मशहूर हिंदी लेखिका थीं। उनके लेख हमेशा राष्ट्रीय अखबारों में छपते थे। बता दे कि, मृदुला ने अपने जीवन में 46 से भी ज्यादा किताबें लिखी हैं। राजमाता विजयराजे सिंधिया की जीवनी भी सिन्हा ने ही लिखी थी।