कांग्रेस में आर-पार ! सिब्बल के बयान पर गहलोत ने लगाई ट्वीट्स की झड़ी, बोले- अंदरूनी मामले मीडिया में क्यों ला रहे ?

Akanksha
Published on:

जयपुर : कांग्रेस आलाकमान में एक बार फिर से मतभेद देखने को मिल रहा है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल द्वारा पार्टी की हार को लेकर दिए गए आत्ममंथन के बयान को लेकर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन पर पलटवार किया है.

राजस्थान के सीएम गहलोत ने इसे लेकर कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, ”श्री कपिल सिब्बल को मीडिया में हमारे आंतरिक मुद्दे का उल्लेख करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, इससे देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है.”

गहलोत ने अगले ट्वीट में लिखा कि, ”कांग्रेस ने 1969, 1977, 1989 और बाद में 1996 सहित विभिन्न संकटों को देखा है, लेकिन हर बार जब हम अपनी विचारधारा, कार्यक्रमों, नीतियों और पार्टी नेतृत्व में दृढ़ विश्वास के कारण मजबूत हुए.”

कपिल सिब्बल के बयान को लेकर राजस्थान के सीएम ने एकाएक ट्वीट किए. उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि, ”हमने प्रत्येक संकट में सुधार किया है और 2004 में सोनिया जी के कुशल नेतृत्व में यूपीए सरकार का गठन किया, हम इस बार भी इसे दूर करेंगे.”

जानिए कपिल सिब्बल ने क्या कहा था ?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हाल ही में अपने एक साक्षात्कार में कांग्रेस की राज्यों में चुनावों में हो रही हार को लेकर आत्मंथन की बात कही थी. सिब्बल ने इसे लेकर कहा था कि, “देश के लोग, न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते. यह एक निष्कर्ष है. बिहार में विकल्प आरजेडी ही था. हम गुजरात में सभी उपचुनाव हार गए. लोकसभा चुनाव में भी हमने वहां एक भी सीट नहीं जीती थी. उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को 2 फीसदी से कम वोट मिले. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस आत्ममंथन करेगी.”

गहलोत ने इसके बाद भी दो ट्वीट और किए. उन्होंने अपने चौथे ट्वीट में लिखा कि, ”चुनावी हार के विभिन्न कारण हैं, लेकिन हर बार कांग्रेस पार्टी की रैंक और फ़ाइल ने पार्टी नेतृत्व में अविभाजित और दृढ़ विश्वास दिखाया है और यही कारण है कि हम हर संकट के बाद इससे मजबूत और एकजुट हुए.” वहीं अशोक ने अपने पांचवें और अंतिम ट्वीट में लिखा कि, ”आज भी, कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो इस राष्ट्र को एकजुट रख सकती है और इसे व्यापक विकास के पथ पर आगे ले जा सकती है.”