इंदौर। महापौर पद के प्रत्याशी ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम चाहे जो आयें लेकिन इंदौर शहर की जनता कभी नहीं हारेगी। दोनों प्रत्याशियों ने परिणाम आने के बाद एक-दूसरे के साथ मिलकर शहर को विकास की राह पर अग्रसर करेंगे। कांग्रेस और भाजपा के महापौर पद के प्रत्याशी मतगणना की पूर्व संध्या पर स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के द्वारा आयोजित ‘आमने-सामने’ कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। इस कार्यक्रम में दोनों प्रत्याशियों ने जनसंपर्क के दौरान के अपने अनुभव साझा किए इसके साथ ही चुनाव परिणाम के बाद शहर की दिशा पर विचार व्यक्त किए।
पहले अपनी बात रखते हुए भाजपा के महापौर पद के प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि “इंदौर की यातायात की समस्या का समाधान सबसे पहली जरूरत है। हमे 2050 की आवश्यक्तों की पूर्ती करने वाला इंदौर तैयार करना है। इस शहर को रोजगार के लिए ब्रांड एम्बेसडर सिटी के रूप में विकसित करना है। हमारा शहर नई उर्जा, नई शक्ति के साथ विकास की नई गाथा लिखने को तैयार है। आवश्यकता इस बात की है कि हम इंदौरी भाव बनाकर रखें। इस जनसंपर्क के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि हम यदि सौम्यता, सद्भाव व प्रेम से अपनी बात रखें तो सभी सहयोग करने के लिए तत्पर रहते हैं। हमेशा से हमारी यह चाहत रही है कि देश, प्रदेश या नगर निगम का जो भी चुनाव हो वह मुद्दों पर लड़ा जाए”।
Must Read- महिला मतदाताओं से तय होगा, इस बार का जनादेश!
शहर की जनसमस्या की चर्चा करते हुए भार्गव ने कहा कि “नर्मदा के तीन चरण के माध्यम से पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो गयी है। अब जरूरत वितरण की व्यवस्था को सुधारने की है। इसके साथ ही हमे पानी के प्राकृतिक स्त्रोतों का उपयोग करते हुए अपनी आवश्यकता की पूर्ती का जल प्राप्त करना चाहिए, इसके लिए जन-जागरण के अभियान की आवश्यकता है। इंदौर की जनता ने स्वच्छता के लिए जिस तरह से काम किया है वैसा ही काम यातायात के लिए भी किए जाने की जरूरत है”।
भार्गव ने यह भी कहा –
– सिटी बस सेवा का लोक परिवहन के रूप में विस्तार किया जाना चाहिए।
– रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था को हमे मजबूत बनाना होगा।
– नई पीढ़ी में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए पुलिस को शक्ति करनी होगी।
कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी संजय शुक्ला ने कहा कि “पिछले बीस सालों से नगर निगम में भाजपा की परिषद् है। इस परिषद् के द्वारा क्या और कैसा विकास किया गया है उसका नजारा जनसंपर्क अभियान के दौरान मैंने देखा। सारे शहर में समस्याएं इतनी ज्यादा फैली हुई हैं कि मुझे नहीं लगता कि महापौर पद का चुनाव जीतने के बाद पांच साल में, मैं इन सभी समस्याओं का समाधान कर सकूंगा। उन्होंने कहा कि शहर की यातायात की समस्या का समाधान करने का वादा तो भाजपा 20 सालों से हर घोषणा पत्र में कर रही है लेकिन समाधान आज तक नहीं हुआ। यह चुनाव हमारा घर-परिवार का चुनाव था, शहर के मुद्दों का चुनाव था। इस चुनाव में मुझे जनता का बहुत प्यार मिला। इतना प्यार मिला कि उसने मुझे भावुक कर दिया। चुनाव प्रचार के अभियान के दौरान सड़क, बिजली, पानी, सीवरेज की समस्याओं की भयावह स्थिति को मैंने देखा उसके बाद मुझे इस बात की चिंता हुई कि इन सारे हालात को मैं कैसे ठीक कर पाऊंगा”।
शहर में नाला टेपिंग होने के बाद मात्र 3 इंच पानी में शहर की सड़कें लबालब हो जाती हैं, जबकि पहले ऐसा नहीं होता था। इस स्थिति को सुधारने की जरूरत है। मेरे पास 18 वर्ष का राजनैतिक अनुभव है। इस अनुभव के आधार पर मैं काम करूंगा। सुपर कोरिडोर पर आईटी कम्पनियों को निर्माण करने के लिए नगर निगम नक़्शे मंजूर नहीं कर रहा है। राज्य सरकार को इंदौर से तीस प्रतिशत राजस्व मिलता है लेकिन केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा इंदौर के अधिकार का पैसा इंदौर को नहीं दिया जा रहा है। भोपाल और दिल्ली में भाजपा की सरकार है इसके बाद भी यह पैसा नहीं आ रहा है। इंदौर के अधिकार का पैसा जब इंदौर को मिलेगा तभी यह शहर विकास की राह पर दौड़ सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में इंदौर की सफलता यहाँ के नागरिकों, सफाईकर्मियों तथा अधिकारियों के परिश्रम का परिणाम है। स्वच्छता में सबसे ज्यादा कर इंदौर के लोगों से लिया जा रहा है।
शुक्ला ने कहा-
– जो भी जीतेगा हम मिलकर काम करेंगे।
– इस चुनाव में मात्र 60 प्रतिशत मतदान होना दोनों पार्टियों की नाकामी है।
– मैं तीन महीने में पांच ब्रिज का निर्माण शुरू करवा दूंगा।
प्रारम्भ में अतिथियों को पुष्प गुच्छ, गीता पुस्तक एवं स्मृति चिन्ह भेंट किए। स्वागत संजीव आचार्य, नवनीत शुक्ला, कमल कस्तूरी, सुनील अग्रवाल, रवि चावला, आकाश चौकसे, सोमेश राठी, सोनाली यादव, रचना जौहरी, शीतल रॉय, श्रद्धा चौबे, नेहा जैन ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया। आभार नवनीत शुक्ला ने व्यक्त किया।