इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री विनय बाकलीवाल ने आज जारी अपने वक्तव्य में कहा कि महामण्डलेश्वर संत कंप्यूटर बाबा की गिरफ्तारी और शहर के गोम्मटगिरी स्थित उनके आश्रम व मंदिर को जिला प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व चेतावनी के अतिक्रमण के नाम पर तोड़ा जाना राजनीतिक प्रतिशोध की पराकाष्ठा है। अपनी “लोकतंत्र बचाओ” यात्रा के माध्यम से भाजपा की भ्रष्ट प्रदेश सरकार के काले कारनामों, पौधारोपण घोटाले, रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन की पोल खोलने का खामियाजा कंप्यूटर बाबा को भुगतना पड़ा है। कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार कि इस तथाकथित अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई कि न केवल घोर निंदा करती है बल्कि प्रशासन और प्रदेश सरकार को इस बात की चेतावनी भी देती है कि स्वयं जनादेश वाली सरकार को हटाकर, प्रदेश की सत्ता पर अवैध अतिक्रमण और बलात् कब्जा करने वाली एक-दो दिन की अस्थायी सरकार की ऐसी कार्रवाइयों पर कांग्रेस पार्टी की ओर से उसे त्वरित व करारी प्रतिक्रिया मिलेगी।
आज जारी अपने बयान में उपरोक्त चेतावनी देते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री बाकलीवाल ने आगे कहा कि उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर पूरे प्रदेश में चुन-चुन कर की जा रही कार्रवाइयों ने साबित कर दिया है कि अपनी संभावित करारी हार से बौखलाई भाजपा सरकार और उसके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बदले की भावना से अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना रहे हैं। यह आश्चर्यजनक है कि राम रहीम, आसाराम और चिन्मयानंद जैसे ढोंगियों की संरक्षक और समर्थक पार्टी की दोहरे चरित्र वाली प्रदेश सरकार एक ऐसे साधु के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है जो मां नर्मदा के घाटों पर हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने और पौधारोपण घोटाले की पोल खोलने का काम कर रहा था।
अपने बयान के अंत में श्री बाकलीवाल ने कहा कि गोम्मटगिरी स्थित आश्रम के साथ ही कलौता समाज के पावन मंदिर को भी तोड़े जाने से, न केवल संतों और कलौता समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है, बल्कि इंदौर जिले का प्रत्येक नागरिक इस भेदभाव व अन्यायपूर्ण कार्रवाई से क्षुब्ध है। समूची कांग्रेस पार्टी इस दमनात्मक कार्यवाही का विरोध करते हुए प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन को चेतावनी देना चाहती है की ऐसी कार्रवाइयों को किसी भी हाल में मूकदर्शक बनकर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।