कैलाश विजयवर्गीय ने प्रेस वार्ता में दी BJP के विकासकार्यों की जानकारी, इंदौर के विकास को लेकर कहीं ये बात

Shraddha Pancholi
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इंदौर: भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे की उपस्थिति में भाजपा कार्यालय पर आयोजित पत्रकार-वार्ता में सम्मानीय पत्रकार बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब इंदौर की जनता ने इंदौर की विकास की चाबी महापौर के रूप में मुझे सौपी थी, तब पत्रकारों ने मुझ से पूछा था कि आप इंदौर को कैसा बनाना चाहते है इंदौर को सिर्फ इंदौर जैसा बनाना चाहता हूं। इंदौर में मालवा की संस्कृति की खुशबू और आधूनिकता का संगम हमें इंदौरी बनाता है। विजयवर्गीय ने इंदौर, भोपाल फोरलेन, इंदौर उज्जैन फोरलेन, इंदौर रतलाम जैसी सड़कों के निर्माण में बाधाओं का जिक्र करते हुए विकास के प्रयासों की जानकारी दी।

सन् 2000 के दौर को आप याद किजिए। छोटी-छोटी सकरी गलियों वाला इंदौर, यातायात के साधनों को तरसता इंदौर, पेजयल के भीषण संकट से जुझता इंदौर, सड़कों में गड्ढों वाला इंदौर अस्त-व्यस्त निगम प्रशासनिक व्यवस्था थी और इंदौर नगर निगम के पास अपने कर्मचारियों को वेतन बांटने के लिये पैसे भी नहीं थे, ऐसे समय में इंदौर की जनता ने महापौर के रूप में भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद देते हुए बड़ी उम्मीदों के साथ मुझे चुना था, उस विशाल जनसमर्थन की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर थी, आप ये मानकर चलिये जब मैं महापौर बना निगम का पूरा खजाना खाली था और मध्यप्रदेश में दिग्विजयसिंह के नेतृत्व में कांग्रेस की बंटाढारी राज्य सरकार थी। मध्यप्रदेश अंधकार में डूबा हुआ था और सड़क, बिजली, पानी, स्वच्छता जैसे विषय के लिये आम जनता संघर्ष कर रही थी।

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इंदौर की जनता को याद है, उस दौर में हमने वादा किया था कि इंदौर को देश के तेजी से विकसित होते शहरों में से एक बनायेंगे। पहली बार इंदौर में एक वर्ष में विभिन्न क्षेत्रों में 300 कि.मी. से अधिक सड़कें जनसहयोग के माध्यम से बनाई। उस दौर में देश में पहली बार इंदौर नगर निगम जनसहयोग का कंसेप्ट लेकर आया था। हमेशा विकास में सहयोग करने वाली इंदौर की जनता ने आगे बढ़कर हमें सहयोग किया और जनसहयोग से विकास मोर्चे पर इंदौर रोल मॉडल बना।
मित्रों आपको याद होगा, प्रकृति व पर्यावरण के लिये हमने एक दिन में अभियान के माध्यम से इंदौरवासियों के पर्यावरण प्रेम के चलते एक लाख पौधों को एक दिन में रोपा था।

फिर एक विचार और आया अपने प्रियजनों की स्मृति में वृक्ष रोपने की परम्परा को भावनात्मक आधार और स्थान मिले। पितृ पर्वत की कल्पना आज साकार हो चुकी है। स्वंय जानकी नंदन हनुमानजी विराट स्वरूप में हमें आशीर्वाद दे रहे है और अपने प्रियजनों की स्मृति में रोपे गये पौधे वृक्ष के रूप में पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण बने है। हमने स्वच्छता को प्रारंभ से ही मिशन माना। 2001 में देश का प्रतिष्ठित क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी अवार्ड इंदौर को मिला और देश के सबसे स्वच्छ शहर बने इस दिशा में हमारी सभी निगम परिषदों ने समर्पण के साथ काम किया है। सबसे पहले इंदौर की प्रमुख पुल व पुलियाओं का चौड़ीकरण व निर्माण किया गया। साथ ही फ्यूचर प्लानिंग के हिसाब से पुलों का जाल बिछाया गया।
इंदौर नगर निगम प्रदेश की ऐसी पहली नगर निगम है जिसने अपने संसाधनों से आर.ओ.बी रेल ओव्हर ब्रिज श्री गुरू गोविन्दसिंहजी ब्रिज का निर्माण किया गया। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जाती है।

इंदौर में चौड़ी सड़कों के निर्माण की परम्परा, आकर्षक चौराहों व उद्यानों के निर्माण के साथ-साथ लेफ्ट र्टन को चौड़ा करने की परम्परा प्रारंभ हो गई और इंदौर की सभी प्रमुख सड़कों नये स्वरूप में अंतर्राष्ट्रीय मापदण्डों के अनुरूप बनाई गई। शहर के मुख्य मार्गो का सीमेंटीकरण और यातायात जाम से मुक्ति ने शहर को नये दौर में पहुंचाया और विकास इस शहर की पहचान बन गई। राष्ट्रीय स्तर पर इंदौर भारतीय जनता पार्टी की विकासत्मक सोच और इंदौर की सभी भाजपा निगम परिषदों के प्रयास से तेजी से आगे बढ़ रहा है, आज इंदौर रोल मॉडल के रूप में देश के सामने गर्व से खड़ा है।
हम तरक्की की इस रफ्तार को बनाये रखना चाहते है। क्योंकि हम जानते है कांग्रेस विनाश का दूसरा नाम है। तरक्की की इस रफ्तार को बरकरार रखने के लिये भारतीय जनता पार्टी के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव व भाजपा पार्षद प्रत्याशियों को भारी बहुमतों से जीताना है और इंदौर देश के सबसे विकसित शहरों में से एक बनाना है।

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प्रमुख बिन्दु :-
एशियन डेवलोपमेंट बैंक(एडीबी) के माध्यम से विकास के नये रास्ते खोले गये। संरचनागत विकास के लिये इंदौर निगम ने अनेक सौगाते एडीबी के माध्यम से दी।
इंदौर नगरीय प्रबंधकों का तकनीकी सशक्तिकरण किया गया। निगम कर्मचारियों को प्रशिक्षण के माध्यम से अपने कार्य को सुचारू रूप से करने के लिये विधिवत प्रशिक्षण दिया गया।
इंवेन्ट्री मेनेजमेंट का एक दस्तावेज तैयार किये गये।
सन् 2000 के पहले यह नहीं पता था कि निगम की सम्पत्ति कितनी है और कहां-कहां है।
सिटी डेवलोपमेंट बाण्ड जारी करके जनता से पैसा लेकर इंदौर के विकास की प्रक्रिया को जन सहयोग से जारी रखा, जिसमें इंदौर की जनता ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। जिससे हाईकोर्ट से लेकर रसोमा लेब तक पहली सड़क का निर्माण किया गया।
स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलोपमेंट के सहयोग से विकास के नये मापदण्ड तैयार किये गये।
दक्षिण एशियाई मेयर सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें नेपाल, बांगलादेश, म्यांमार, श्रीलंका, मालदीप के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। इस दौरान पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दिव्या गुप्ता, सह चुनाव संचालक प्रमोद टण्डन, पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी आलोक दुबे, मीडिया प्रभारी रितेश तिवारी, सह मीडिया प्रभारी नितीन द्विवेदी उपस्थित थे।