इंदौर। कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने भाजपा के वरिष्ठ नेता से सवाल किया है कि वे शहर को बताएं कि आखिर ऐसा क्या हुआ था जो उनके समर्थक 17 पार्षदों ने इंदौर नगर निगम का बहिष्कार कर दिया था ? यह पार्षद निगम की बैठक कार्यक्रम और निगम के कार्यालय में क्यो नहीं जाते थे ? शुक्ला आज जनसंपर्क के दौरान नागरिकों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के सारे वरिष्ठ नेता अपने अनजान प्रत्याशी की पहचान बनाने में लगे हैं। चुनाव प्रचार की कमान हाथ में संभालने वाले नेता से सीधे सवाल करते हुए शुक्ला ने कहा कि उन्हें शहर की जनता को यह बताना चाहिए कि नगर निगम की पिछली परिषद के दौरान ऐसा क्या हुआ था कि उनके समर्थक सभी 17 पार्षदों ने नगर निगम का बहिष्कार कर दिया था? यह पार्षद निगम की बैठक में नहीं जाते और इन्होंने निगम के कार्यक्रमों में भी भाग लेना बंद कर दिया था।
उन्होंने कहा कि अब जब निगम के चुनाव में उक्त नेता जी ने एक बार फिर अपने समर्थकों को चुनाव मैदान में उतारा है , तो उन्हें शहर की जनता को यह बताना चाहिए कि आखिर उनके पार्षदों ने पिछली परिषद में बैठकों का बहिष्कार क्यों किया? इन पार्षदों के द्वारा बहिष्कार किए जाने के कारण उनके क्षेत्र की समस्याओं का समाधान नहीं होने के लिए कौन जिम्मेदार है? शुक्ला ने भाजपा के एक वरिष्ठ नेता को याद दिलाया कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह कहा था कि मैं नगर निगम की तरफ पैर करके भी नहीं सोता हूं ? इस बयान को याद दिलाते हुए शुक्ला ने पूछा कि आखिर ऐसा क्या हुआ था? ऐसी कौन सी स्थिति बनी थी जो नेता जी को ऐसा कहना पड़ा था। अब चुनाव की बेला में नेताजी को शहर की जनता को यह हकीकत बता देना चाहिए ।
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छीपाबाखल में शुक्ला का महिलाओं व पुरुषों ने हर घर में बुलाकर स्वागत किया। जनसम्पर्क के दौरान कई युवा नाचते, गाते चल रहे थे। इस दौरान इस बार चोंट करारी है, संजय शुक्ला भारी है , जैसे नारे भी खूब लगे। जब यहां से काफिला मल्हारगंज तरफ बड़ा तो जाम जैसी स्थिति हो गई। यह देखते हुए शुक्ला ने जीप से उतार कर पैदल जनसम्पर्क किया। लोहार पट्टी होते हुए सत्तन गुरु के घर पहुंचे यहां गुरु ने उन्हें जीत का आशीर्वाद देते हुए गुरु मंत्र भी दिया, गुरु बोले – लड़ाई संजय की है साधारण है, पैदल चल कर आए हो। पैदल चलने से भगवान राम भी 14 साल बाद घर पहुंच गए थे। सत्तन गुरु ने शुक्ला को भगवान परशुराम की एक प्रतिमा भी भेंट की। यही पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में शुक्ला ने कहा जब आदरणीय उमाशशि शर्मा महापौर थी तब उन्होंने नारा दिया था, ग्रीन सिटी-क्लीन सिटी क्या हुआ ? आज शहर के गार्डनों के हालात देखो। जहां भारती जनता पार्टी के नेताओ ने खाना खाया था, फुटबॉल खेला था, आज उन गार्डनों के हालात बदतर हो रहे है। शहर में तीन साल से अधिकारी निगम चला रहे है और सफाई का सेहरा नेता अपने सर बांध रहे है। सफाई का तमगा सफाई कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा है। बगैर महापौर के भी शहर की जनता सफाई रख ही रही है। फिर भी जनता पर सफाई टेक्स थोपा जा रहा है।
इसके बाद वार्ड क्रमांक 8 की पार्षद प्रत्याशी रुखसाना अनवर दस्तक के साथ उनके क्षेत्र मे जनसंपर्क किया। छीपाबाखल स्थित पूर्व पार्षद प्रेम खड़ायत के घर पहुंचे । यहां हनुमान मंदिर में पूजा करने के बाद उनका हार फूल से स्वागत कर आशीर्वाद दिया गया। जूना रिसाला की संत रविदास गली में रहने वाले दिलीप राठौर के घर शोक प्रखट करने के लिए भी शुकला बैठे। इसके बाद यहां पर लोगो मे नर्मदा के पानी की सही व्यवस्था करने की मांग की। सिकंदराबाद में भी बच्चों व महिलाओं ने फूल माला पहना कर जीत का आशीर्वाद दिया। सिकंदरबाद पुल पर क्षेत्र के लोगो ने केक काटा। गडरा खेड़ी स्थित मंदिर में पूजा कर आशीर्वाद लिया। ब्रह्मबाग कालोनी में लगे मंच से घर घर स्वागत किया। मरीमाता चौराहे पर शुक्ला का अभूतपूर्व स्वागत किया। चौराहे से बाणगंगा तक मंच ही मंच लगे थे। वार्ड 10 में कांग्रेस प्रत्याशी विनितिका दीपू यादव के भी सेकड़ो समर्थक स्वागत करने पहुंचे।