नई दिल्ली। रविवार को भारत और अमेरिका के बीच 2+2 बातचीत के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो और रक्षा सचिव मार्क एस्पर भारत पहुंच गए हैं। उनका स्वागत रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा किया गया। साथ ही सेना की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वही, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले दोनों मंत्रियों की दक्षिण एशियाई देशों की यात्रा काफी महत्वपूर्व मानी जा रही है। बता दे कि, दोनों मंत्रियों की विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक होगी। साथ ही इस 2+2 बातचित से भारत को काफी उम्मीद भी है।
वही, अगर बात करे 2+2 की मीटिंग की तो बता दे कि, जो मीटिंग दो देशों के दो मंत्रियों के बीच होने वाली बैठकें 2+2 मीटिंग्स होती हैं। दरअसल, इसका प्रारूप जापान ने निकाला था, जिसके बाद कई देशों ने इसे अपनाया है। वही, बैठक के जरिए रक्षा सहयोग के लिए उच्च स्तरीय बातचीत को बढ़ावा मिलता है। बता दे कि, सितंबर 2018 में भारत-अमेरिका के बीच पहली 2+2 वार्ता हुई और दिसंबर 2019 में दूसरी बार 2+2 बातचीत हुई।
साथ ही कहा जा रहा है कि, भारत-अमेरिका के दोनों मंत्रियों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। बातचीत में सबसे अहम भारत चीन सीमा विवाद है। अमेरिका ने शुरू से ही भारत का समर्थन किया है, लेकिन इस मीटिंग में इस विषय और अन्य रणनीति पर चर्चा हो सकती है। साथ ही बेसिक एक्सचेंज ऐंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट फॉर जियोस्पेशियल कोऑपरेशन (BECA) पर समझौता भी हो सकता है। बता दे कि, अमेरिका के इन सटीक सैटेलाइट्स के डेटा के जरिए मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने के साथ-साथ नेविगेशन में भी सहायता मिलती है। भारत की सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए यह काफी महत्वपूर्ण होगा।