सोशल मीडिया पर आकर्षक प्रोफाइल बनाकर संभ्रांत परिवार के पुरुषों को अपने जाल में फांसकर ब्लेकमेलिंग करनेवालीे एक महिला और उसके गिरोह का जनहित में भांडाफोड़ करने के मक्सद से शहर के एक नागरिक ने ऐसे ही एक गिरोह को अपने ट्रेप लेकर सारे पुख्ता सबूत(अश्लील चेटिंग-फर्जी कॉल की ऑडियो- वीडियो – बैंक खाते नंबर आदी)इकठ्ठा करके जिला साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज की है। उसके बाद फरियादी के बयान भी दर्ज किये जाकर कार्यवाही शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों शहर के सामाजिक कार्यकर्ता अनिलकुमार धड़वईवाले को साइबर अपराधियो के गिरोह ने अपना शिकार बनाने की भरसक कोशिश की थी।
उनसे रीना शर्मा नामक युवती फेसबुक फ्रेंडशिप करने के बाद वाट्सएप पर चेटिंग शुरू की थी। धड़वईवाले उस शातिर युवती की साजिश को समझ गये थे। इसीलिए वे युवती से उसी तर्ज पर चेटिंग करते रहे। साथ ही सबूत बनाते रहे। तब धडवईवाले अपने जाल में फंस रहे है यह मानकर युवती ने गलतफहमी में निर्वस्त्र अवस्था का एक वीडियो भेजा। उसे देखते ही धडवईवाले ने चंद सेकंड बाद वीडियो बंद कर दिया था। पर उस युवती ने उधर धड़वईवाले वीडियो देखते हुए वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली थी। उसके कुछ सेकंड बाद ही धड़वईवाले को वाट्सएप द्वारा मेसेज आया कि “बोलो,जल्दी कितने नोट दे रहे हो ? वरना ये वीडियो क्लिप यूट्यूब पर वायरल कर दूंगी।
धडवईवाले जानते थे कि ऐसी वीडियो क्लिप ‘यूट्यूब”वायरल नही होते। इसलिये उन्होंने उसे कोई रिस्पांस ही नही दिया।तब उसने फिर से 2- 3 बार धौसयुक्त संदेश भेजे। जिसे धड़वईवाले ने बतौर सबूत बना लिया। इससे वह युवती समझ गयी कि धड़वईवाले उसके झांसे में नही आनेवाले। इसलिये उसने चेटिंग बन्द कर दिया। दूसरे दिन सुबह धड़वईवाले को एक कॉल आया। उधर से एक व्यक्ति बोला कि आप ही अनिलकुमार हो ना?मैं सायबर ब्रांच, जयपुर से बोल रहा हूं।आपका वीडियो युट्युब पर वायरल होने जा रहा है।
उसे डिलीट करवाना हो तो मैं युट्युब ऑफिस का नंबर देता हूं। उसपर संपर्क करें।वरना तुम्हारा लाईफ स्पाईल हो जावेगा। तब धड़वईवाले समझ गये कि यूट्यूब के लिए सायबर ब्रांच से कॉल कैसे आवेगा ? मतलब ये फर्जी कॉल है। उसका ऑडियो रेकार्डिंग कर लिया। बाद में धड़वईवाले ने उस नंम्बर पर कॉल किया। उधर से कहा गया कि हम यूट्यूब ऑफिस से बोल रहे है। आपका वीडियो डिलीट करवाना हो तो एक घंटे में ग्यारह हजार रुपये भेज देना। और जितना लेट करोगे उसका पर अवर अलग से चार्ज देना पड़ेगा।
धडवईवाले को मालूम था ही कि ये भी फर्जी कॉल है। फिर भी उन्होंने उस व्यक्ति को ऐसा दर्शाया की वे बेहद घबरा गये है, टेंशन में है।और जल्द ही पैसो की व्यवस्था कर भेजेंगे। उसके बाद दो मर्तबा वहीं से पैसो के लिये कॉल आया। तब धड़वईवाले ने बैंक अकाउंट नंबर मंगवाया। उस शख्स ने वाट्सअप द्वारा बैंक अकाउंट नंम्बर भेज दिया था। ये सारे सबूत अपडेट करके धड़वईवाले ने साइबर क्राइम ब्रांच में 25 सितम्बर 2020 को शिकायत प्रेषित की थी। उसके पश्चात उनके बयान भी दर्ज किए जा चुके है। जिसपर कार्यवाही शुरू हो गयी है।