बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद इस मामले में सीबीआई, एनसीबी लगातार जांच में जुटे हुए हैं। वहीं हाल ही में ऐसी खबर सामने आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि सीबीआई इस केस में जल्द ही आईपीसी की धारा 302 यानी मर्डर को जोड़ सकती है। क्योंकि इस मामले में जांच कर रही सीबीआई को एम्स ने विसरा की टेस्ट रिपोर्ट दे दी है। जिसको देखने के बाद सीबीआई ने अपनी जांच को और आगे बढ़ा लिया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में सीबीआई एक्टर के मैनजर सिद्धार्थ पिठानी और कुक नीरज को सरकारी गवाह बना सकती है।
जानकारी के अनुसार, एम्स की रिपोर्ट में ये बताया गया है कि सुशांत के विसरा में किसी तरह के जहर का कोई सबूत नहीं मिला है। लेकिन एम्स की रिपोर्ट में कई ऐसे तथ्य हैं, जो यह भी संकेत दे रहे हैं कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या साधारण खुदकुशी नहीं थी। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि गले का लिगेचर मार्क सामान्य खुदकुशी की तरह नहीं है। वहीं इस रिपोर्ट में कूपर हॉस्प्टिल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर भी कई तरह के सवाल उठाए गए है।
बता दे, एम्स के डॉक्टर सुधीर गुप्ता के अनुसार कूपर हॉस्पिटल में सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बनाते समय कई जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखा। इसलिए अब ये सवाल सब खड़े हो रहे हैं। क्योंकि उस रिपोर्ट में वह सभी जवाब होना चाहिए थे। एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत का समय पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं है। पोस्टमार्टम शाम के समय और धीमी रोशनी में किया गया। सुशांत की विसरा रिपोर्ट में ड्रग्स की जांच से जुड़ा कोई भी तथ्य मौजूद नहीं है।
आपको बता दे, बीजेपी के सेक्रेटरी और एडवोकेट विवेकानंद गुप्ता का कहना है कि एक चश्मदीद ने दावा किया है सुशांत सिंह राजपूत की मौत से एक दिन पहले ही रिया चक्रवर्ती, सुशांत सिंह राजपूत से मिलने आई थीं। उन्होंने एक चैनल को बताया कि चश्मदीद ने दावा किया है कि 13 जून को रात करीब 2 से 3 बजे रिया, सुशांत से मिलने आईं थीं। ऐसे में रिया का ये कहना है कि 8 जून को सुशांत से अलग होने के बाद वह उनसे नहीं मिलीं ये झूठ है।