जयपुर: राजस्थान का डूंगरपुर हिंसा की आग में जल रहा है। यहां लगातार चौथे दिन हिंसा जारी रही। सरकार और आंदोलनकारियों के बीच खेरवाड़ा कस्बे में हुई बैठक में शांति समझौता हुआ लेकिन थोड़ी देर बाद उदयपुर के ऋषभदेव में उपद्रवियों ने कस्बे में हमला बोल दिया और जमकर लूटपाट की।
हिंसा की खबर सुन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों ने पहाड़ी पर चढ़कर पथराव करना शुरू कर दिया जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इस हिंसा में अबतक दो लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए है।
कहा जा रहा है कि हिंसा के दौरान 50 से ज्यादा वाहन फूंक दिए गए हैं और सौ के आसपास दुकानों और मकानों में लूटपाट हुई है। दरअसल, शांति समझौते के लिए आज रविवार को खेरवाड़ा पंचायत समिति के भवन में बैठक में आंदोलनकारियों और प्रशासन के बीच सहमति हुई कि सामान्य वर्ग की खाली रह गई सीटों पर आदिवासी वर्ग के छात्रों को मौका देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सरकार एसएलपी दायर करेगी और मरने वाले लोगों को मुआवजा देगी।
इस समझौते के बाद पुलिस के अधिकारियों ने आंदोलन वाली जगह पर मार्च किया और ऐलान किया कि कल सुबह से उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे खोल दिया जाएगा। ज़िले में शिक्षक भर्ती के अनारक्षित पदों को एसटी उम्मीदवारों से भरे जाने की मांग को लेकर ये हिंसा भड़की है।