लद्दाख: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत-चीन में चल रहे तनाव को कम करने के लिए पिछले कई दिनों से बातचीत का दौर जारी है। दोनों देशों में बने तनावपूर्ण माहौल को ठंड से पहले ख़त्म करने की कोशिश की जा रही है लेकिन चीन कोई न कोई अडंगा लगा रहा है। अब चीन भारत पर चोटियों से सेना को हटाने के लिए दबाव बना रहा है।
चीन इस बात पर जोर दे रहा है कि भारत को पूर्वी लद्दाख में अन्य जगहों से सैनिकों को हटाने को लेकर चर्चा करने से पहले पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर पहाड़ की चोटी खाली करनी होगी। यह वही जगह है जहां पिछले चार महीनों में दोनों पक्षों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है।
गौरतलब है कि पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर ऊंची चोटियों पर कब्जा कर भारतीय सेना ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। सूत्रों ने कहा कि कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता के दौरान भारत का रुख यही था कि एलएसी से सटे डेसपांग मैदान सहित सभी विवादित इलाकों को लेकर चर्चा की जानी चाहिए। एक अधिकारी ने कहा, “महज एक या दो जगहों के लिए ही चर्चा क्यों होगी जबकि पूरे क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण है।
सूत्रों ने कहा कि हाल ही में कोर कमांडर स्तर की हुई बैठक में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि चूंकि चीन ने शुरुआत की थी तो इसलिए उसे पहले पीछे हटना चाहिए जिसके बाद भारत भी वापस आ जाएगा। दोनों पक्षों में सैन्य स्तर पर 6 दौर की वार्ता हो चुकी है।