कोरोना संकट के बीच सामने आयी एक अनोखी कहानी, 65 हजार की नौकरी छोड़कर बने वार्ड बॉय

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पुणे। देश में फैली वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कोहराम के बीच महाराष्ट्र के पुणे में बेहद सुखद मामला देखने को मिला है। दरअसल, पुणे में एक बिजनेसमैन ने कोरोना वायरस को हरा कर डॉक्टरों का एहसान चुकाने के लिए हॉस्पिटल में वार्ड बॉय की नौकरी कर ली है। यह शख्स एक सिक्यूरिटी एजेंसी के पार्टनर के रूप में हर माह 65 हजार रुपए कमाता है, लेकिन विगत कुछ दिनों से मरीजों की देखभाल और हॉस्पिटल की सफाई का काम कर रहा है।

बता दे कि, यह शख्स महाराष्ट्र के पुणे शहर का है, जिसका नाम सुभाष बाबन गायकवाड़ (35) है। हॉस्पिटल में नौकरी करने पर सुभाष को बतौर वार्ड बॉय काम के लिए 15 हजार की तनख्वाह मिलेगी। वही, बाबन गायकवाड़ ने बताया कि, कोविड से स्वस्थ होने के बाद उन्होंने भोसरी हॉस्पिटल में वार्डबॉय की नौकरी के लिए अखबार में विज्ञापन देखा। गायकवाड़ ने कहा कि,”मुझे भगवान ने स्‍वस्‍थ् करके दूसरा जीवन दिया और मैं अब कोरोना मरीजों की सेवा करना चाहता हूं।”

बता दे कि, सुभाष मुंबई की एक सुरक्षा एजेंसी में एक पार्टनर थे। उनके पास 250 कर्मचारियों की टीम थी। साथ ही वह हर दिन पुणे के इस अस्पताल में आते हैं और वार्डबॉय के रूप में अपनी सारी जिम्मेदारियां निभा रहे है। सुभाष ने बताया कि,”मुझे कम वेतन पर ऐतराज नहीं था। मेरा इरादा मानवता की सेवा करना है, ऐसे मरीज जो बुरे दौर से गुजर रहे हैं।”

वही, सुभाष गायकवाड़ की पत्नी सविता पुणे के पीसीएमसी से संचालित भोसारी अस्पताल में नर्स हैं। उन्‍होंने कहा कि, “मैं अपने जीवन में एक बड़े डर से बच गया हूं। अगर आप दुनिया में जीवित हीं नहीं हैं तो पैसे का मतलब कुछ भी नहीं है। भगवान ने मुझे एक और अवसर दिया है। अस्‍पताल के लोगों ने मुझे एक नया जीवन दिया है और मैं इसे मरीजों की सेवा में बिताना चाहता हूं।”