आज सुप्रीम कोर्ट ने नगर निगम(Municipal Corporation indore) के हक में बड़ा फैसला सुनाया हैं। दरअसल नगर निगम ने मिल्कवे टाकीज की जमीन(land of Milkway Talkies) का केस सुप्रीम कोर्ट में जीत लिया हैं।
आपको बता दे निगम द्वारा हाई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध मिल्कवे टाकीज की 19,200 वर्ग फिट के विरुद्ध विशेष अनुमति याचिका दायर की थी। जिसे सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार करते हुए पूर्व के उच्च न्यायालय के आदेश को निरस्त कर दिया। जिससे अब निगम उक्त भूमि का कब्जा प्राप्त कर सकता है। ये भूमि रीगल टाकीज से लगी हुई बहुमूल्य भूमि है।
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‘मिल्की वे’ टॉकीज, रीगल टॉकीज के नजदीक में ही था। लेकिन करीब 30 साल पहले ये बंद हो गया। पुरानी पीढ़ी के लोगों में इसकी यादें आज भी ज़िंदा हो जाती हैं। हालांकि आज कल के युवाओं ने बमुश्किल ही इस टॉकीज का नाम सुना होगा। लेकिन इस टॉकीज का परिसर 19,200 वर्ग फिट में फैला हुआ था। आस पास के रहवासियों का कहना हैं कि इस परिसर का एक भाग रात के अँधेरे में अनैतिक कार्यों ले लिए बदनाम हैं।
इसके अलावा रीगल टॉकीज पहले ही नगर निगम के कब्जे में जा चुका हैं। इस टॉकीज की शुरुआत 1934 में हुई थी और इसमें सबसे पहले दिखाई जाने वाली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी, जो 7 अप्रैल 1934 में लगी थी। जबकि फिल्म ड्रीमगर्ल के आखिरी शो के साथ इस टॉकीज के युग का अंत हो गया। जो 16 सितंबर 2019 लगी थी।