इंदौर। कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि सीहोर(Sehore) में पंडित प्रदीप मिश्रा(Pandit Pradeep Mishra) के द्वारा आयोजित शिव पुराण कथा और रुद्राक्ष अभिषेक(Rudraksh festival) के आयोजन के निरस्त होने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के शिव भक्तों से माफी मांगे । सीहोर के पूरे घटनाक्रम के लिए मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करें।
शुक्ला ने सीहोर के पूरे घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अथवा स्वयं मुख्यमंत्री का कोई कार्यक्रम होता है तो उसमें मार्ग पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है लेकिन उस पर सरकार कभी एक्शन मोड में नहीं आती है । उस समय पर सरकार को कभी जनता की चिंता नहीं होती है।
सीहोर में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित शिव पुराण कथा और रुद्राक्ष अभिषेक में भाग लेने के लिए लाखों श्रद्धालु जब पहुंच गए तो सरकार को मालूम नहीं पड़ा । लेकिन जब सरकार के मंत्री जाम में फंस गए तो सरकार की ओर से जिला प्रशासन के माध्यम से दबाव बनाकर पूरे आयोजन को निरस्त कराया गया। यह पहला मौका है जब व्यास पीठ पर कोई विद्वान फूट-फूटकर रो पड़ा और उसने आवेदन को निरस्त करने का ऐलान कर दिया।
शुक्ला ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के लिए सरकार को अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए । मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह इस घटना के लिए अपनी सरकार को जिम्मेदार माने और प्रदेश के शिव भक्तों से माफी मांगे । यह घटना प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था से चरमरा जाने की प्रतीक है । सरकार को इस घटना के लिए जिम्मेदारी निश्चित करना चाहिए और संबंधित व्यक्ति को दंडित भी किया जाना चाहिए ।