2022 Mahashivratri : महाशिवरात्रि पर भूलकर भी न करें ये 5 काम, हो जाएंगे कंगाल

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2022 Mahashivratri : महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व ऐसा है जिसकी धूम हर जगह देखने को मिलती है। इस दिन शिव और माता पार्वती के विवाह का उत्सव मनाया जाता है। यह पर्व हम बड़ी ही धूमधाम से मनाते है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन का काफी विशेष महत्व होता है। इस बार महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2022) का पर्व 1 मार्च को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव (Shiv) और देवी पार्वती का मिलन हुआ था। जिसके चलते इस दिन को और भी ज्यादा उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोगों में इस दिन को लेकर काफी चमक दिखती है।

bholenath

शिवरात्रि से पहले ही मंदिरो को सजाने की तैयारियां शुरू कर दी जाती है। वहीं इस दिन कई मंदिरो में भक्त शिव जी का श्रृंगार कर यानि चोला चढ़ाकर उनकी भक्ति करते है। साथ ही पूजा अर्चना कर भगवान को अपने तनमन से मनाते है। वैसे तो भोलेनाथ बहुत ही भोले है साथ ही भोलेभंडारी है। उनकी पूजा मात्र से ही या फिर एक कलश जल चढ़ाने से ही वह भक्तों पर प्रसंन हो जाते है और सभी की मनोकामनां पूरी कर देते है।

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Masik Shivaratri 2021

इस दिन आप पंचक के समय भोलेनाथ की पूजा कर सकते है। वैसे तो भोलेनाथ स्वयं ही महाकाल है। जिसके चलते उनकी पूजा में राहुकाल भी मान्य नहीं होता है। लेकिन इस बार पंचक लग रहा है, जिसके चलते कुछ काम ऐसे होते है जिन्हें हम कर नहीं सकते है और अगर यह काम किया तो आपको किसी भी तरह की हानि हो सकती है। तो चलिए जानते है ऐसे कौन से काम है जिन्हें करना वर्जित माना जाता है।

Pradosh Vrat 2021

  • ये है पंचक प्रारंभ होने का समय

1 मार्च को पंचक का प्रारंभ शाम 04 बजकर 32 मिनट पर हो रहा है। इसका समापन 06 मार्च दिन रविवार को तड़के 02 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है।

  • इन कामों को न करें

  1. पंचक के समय दक्षिण दिशा में यात्रा ना करें। इसे अशुभ माना जाता है। इस दिशा को मृत्यु के देवता यमराज की दिशा मानते हैं।
  2. ऐसे समय में अगर आपका नया मकान बन रहा है तो आपको मकान की छत नहीं डालनी चाहिए। अगर आप ऐसा करते है तो आपकी धन संबंधित परेशानियां बढ़ जाएगी और साथ ही घर में अशांति बनी रहती है।
  3. पंचकके समय में सूखे पत्ते घास, लकड़ी, आदि को इकठ्ठा नहीं करना चाहिए। इससे अग्नि का भय और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
  4. पंचक में दाह संस्कार भी नहीं किया जाता है, लेकिन यदि आप चंदन की 5 लकड़ियों के साथ विधिपूर्वक दाह संस्कार कर रहे है तो यह दोष दूर हो जाता है।
  5. पंचक के समय पलंग बनवाना भी अशुभ माना जाता है, तो इस बात का विशेष ध्यान रखें।

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    इस खबर में लिखी/बताई गई सूचनाएं और जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Ghamasan.com किसी भी तरह की पुष्टि नहीं करता है.