Russia-Ukraine war : यूक्रेन संकट के बीच अब US और रूस आमने सामने आ गए गई। दोनों के बीच युद्ध का माहौल है। ऐसे में अब रूसी सेना के ट्रकों के यूक्रेन की तरफ मार्च करने की जानकारी सामने आई है वहीं जो बाइडेन ने भी ये साफ़ कह दिया है कि देशों की मदद के लिए NATO Baltic फाॅर्स भेजे जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, अभी हाल ही में ये सुचना सामने आई है कि रूस की सेना के 100 से ज्यादा ट्रक यूक्रेन की और जाते नजर आ रहे हैं।
इसकी जानकारी प्रत्यक्षदर्शियों के रॉयटर्स द्वारा दी गई है। उनका कहना है कि रूसी सेना के ट्रकों का काफिला यूक्रेनी सीमा की ओर बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा यूक्रेन की सीमा की ओर रुसी सैनिकों के जाने की भी जानकारी मिली है। बता दे, जब रूसी राष्ट्रपति खुद ये साफ़ बोल चुके है कि यूक्रेन में सेना भेजने को लेकर अभी कोई ऐलान या अनुमति नहीं ली गई है।
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बताया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि यूक्रेन में सेना भेजने को लेकर हमने अभी कोई आदेश नहीं दिए है। वहीं आगे उन्होंने कहा कि हालात को देखते हुए सैनिकों की तैनाती को लेकर फैसला लिया जाएगा। ऐसे में सेना की तैनाती समझौते के अनुसार की जाएगी। साथ ही यूक्रेन के साथ विवाद का हल हो सकता है बशर्ते यूक्रेन नाटो में शामिल ना हो।
यूक्रेन में ‘रिजर्व फोर्स’ की तैनाती का ऐलान, राष्ट्रपति ने कहा- सैन्य लामबंदी की…
यूक्रेन को लेकर यूरोप में तलाव लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका असर कई देशों पर भी पड़ रहा है। क्योंकि ये ये विवाद युद्ध की तरफ बढ़ता चला जा रहा है। इसी बीच रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ये अनुमति दी है कि वह देश के बाहर सैन्य बल का इस्तेमाल करें। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी ये ऐलान किया है कि अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की जाएगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि अभी तो सैन्य लामबंदी की जरुरत नहीं पड़ी है इसलिए अभी ये नहीं लगाई जाएगी। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी रूस के लिए कई प्रतिबंध लगा दिए है। ऐसे में अमेरिका ने अपने साथ जर्मनी को भी ले लिया है। उसके बाद भी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपना बयान देते हुए पुतिन के फैसले को अच्छा बताया है। जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन ने भी रूस की 5 बैंक और 3 नागरिकों पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही जर्मनी ने भी रूस के साथ नॉर्ड स्ट्रीम 2 परियोजना को हटा दी है।