14 फरवरी: पुलवामा हमले की तीसरी बरसी, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी हैं ‘खुल्ला सांड’

Piru lal kumbhkaar
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anniversary of Pulwama attack

14 फरवरी यानी आज का दिन जिसे पूरी दुनिया वैलेंटाइन डे(Valentine day) के रूप में मनाती हैं। लेकिन भारत के लिए यह दिन किसी काले इतिहास से कम नहीं हैं। इसी दिन पाकिस्तान के पाले हुए आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा(pulwama attack) में सीआरपीएफ के काफिले पर कायराना हमले को अंजाम दिया था। जिसमें सीआरपीएफ के 40 से भी ज्यादा जवान शहीद हो गए थे।

हालांकि इस अटैक को हुए 3 साल हो गए(anniversary of Pulwama attack), और NIA को 5000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल किए हुए भी डेढ़ साल हो गए। जिसमें 18 आरोपी, एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल हुई। 5 आरोपी और बनाए गए जिसमें से 2 बिहार के हैं। मगर अब तक किसी को सज़ा नहीं हुई।

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लेकिन फिर भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मदद से इस हमले के जिम्मेदार आदिल, कारी यासिर, सज्जाद भट्ट, उमर फारूक, मुदसिर अहमद खान आदि मारे जा चुके हैं। बताया जाता हैं कि 6 आतंकियों की मौत हो गई है। और कई आतंकी अलग-अलग ऑपरेशन में मारे भी जा चुके हैं।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा दाखिल चार्जशीट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर(Masood Azhar, the leader of terrorist organization Jaish-e-Mohammed) को पुलवामा हमले का मुख्य आरोपी बनाया गया था। जो अभी तक बाहर घूम रहा हैं।

मसूद अजहर पाकिस्तान और उसकी एजेंसी की मदद से कश्मीर के पुलवामा में इतना बड़ा आतंकी हमला करने में सफल रहा। इसमें उसके दो भाइयों रऊफ असगर और अम्मार अल्वी ने भी मदद की। इन्होंने हमले में मोहरे बने हुए आतंकियों का माइंडवॉश किया और उन्हें सुसाइड बम बनने के लिए तैयार किया था।