न मास्क और न सैनेटाइजर, अलमस्त हो जाएगी मुंबई नगरी

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मुंबई। जिस तरह से मुंबई नगरी में कोरोना की तीसरी लहर पर काबू(corona controlled in Mumbai) पाया जा रहा है उससे जल्द ही मुंबई को अनलॉक(unlock Mumbai) करने की तैयारी हो रही है। अर्थात इसके बाद न तो मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा और न सैनेटाइजर का उपयोग करने पर जोर दिया जाएगा कुल मिलाकर यहां के नागरिक पहले की तरह ही अलमस्त रूप से जीवन जी सकेंगे।

स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर पर काबू पाया जा चुका है क्योंकि मुंबई शहर के साथ ही उपनगरों में लगभग सभी नागरिकों को वैक्सीनेशन का डबल डोज मिल चुका है इसलिए अब यह जरूरी समझा जा रहा है कि माया नगरी को पूरी तरह से अनलॉक कर दिया जाए। बताया गया है कि आगामी दो तीन दिनों में ही मुंबई को पूरी तरह से अनलॉक करने का फैसला ले लिया जाएगा और इसके बाद यहां की अर्थ व्यवस्था फिर से पटरी पर दौड़ने लगेगी।

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वैसे बीएमसी के महापौर ने भी यह कहा है कि मुंबई को फरवरी के अंत तक पूरी तरह से अनलॉक कर दिया जाएगा। बीएमसी का वैक्सीनेशन रिकॉर्ड अन्य शहरों की अपेक्षा बेहतर है और यही कारण है कि मुंबई ने कोरोना की तीसरी लहर को काबू में कर लिया है।

पहले दस हजार और अब तीन सौ

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई में बीते दो माह से अधिक समय के दौरान कोरोना के पांच से दस हजार मरीज हर दिन सामने आ रहे थे लेकिन हाल ही में यह आंकड़ा नीचे आ गया है। कुल मिलाकर अब तीन सौ से पांच सौ मरीज ही कोरोना के मिल रहे है। इनमें से भी अधिकांशतः घरों में ही रहकर अपना इलाज कराकर स्वस्थ्य हो रहे है जबकि अस्पतालों से भी मरीज जल्द ही ठीक होकर अपने घर जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि यूं भले ही खांसी सर्दी व बुखार के मरीज सामने आ रहे है लेकिन इनमें से अस्सी प्रतिशत लोगों को कोरोना जैसे लक्षण नहीं दिखाई दे रहे है। यही कारण है कि अस्पताल के बिस्तर लगभग खाली पड़े हुए है। बता दें कि बीते दो वर्षों में कोरोना के इतने अधिक मरीज थे कि अस्पतालों में बेड के लिए भी कतार लग रही थी।

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मास्क लगाना अनिवार्य नहीं रहेगा

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि कई देशों में लोगों को मास्क की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। हमारी सरकार भी इस मामले में विचार कर रही है, फिलहाल इस मामले में हमने सेंट्रल व स्टेट कोविड टास्क फोर्स से रिपोर्ट मांगी है। यदि सब कुछ अनुकुल रहा तो राज्य में मास्क की अनिवार्यता से लोगों को मुक्त किया जा सकता है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्री टोपे का यह भी कहना है कि कुछ दिनों तक हम सभी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करना भी अनिवार्य रहेगा।