Lata Mangeshkar : अन्य बच्चों की तरह लता दीदी भी पढ़ने के लिए स्कूल गई थी लेकिन एक घटना के बाद उन्होंने फिर स्कूल जाना ही छोड़ दिया था। यह घटना उस वक्त हुई थी जब वे अपने साथ पढ़ने वाले बच्चों को गाना सुना रही थी। गाना सुनाते समय उनकी हेड मास्टर आ गई और उन्होंने लता को गाना सुनाने के लिए बुरी तरह से डांटा, बस फिर क्या था लता दीदी ने कभी स्कूल न आने की ही कसम खा ली। स्कूल नहीं जाने का निर्णय लेने के बाद लता ने अपना पूरा ध्यान संगीत और गायकी पर केन्द्रित कर लिया था।
लता के ये पांच गाने..
लता ने यूं तो कई गानों को अपनी आवाज देकर प्रसिद्ध बनाया था लेकिन पांच ऐसे गाने भी उनके ऐसे है जिसमें लता की आवाज ने जान डाल दी थी। ये गाने आज भी सदाबहार है और इन्हें सुनते ही कदम थम जाते है। जिन गानों की बात यहां हो रही है उनमें ये कहां आ गए हम, फिल्म सिलसिला, लग जा गले…फिल्म वो कौन थी,दिल अपना प्रीत पराई फिल्म का अजीब दास्तां है ये, आंधी फिल्म का तेरे बिना जिंदगी से कोई और यारा सीली-सीली…फिल्म रूदाली का। ये ऐसे गाने है जिसे सुनकर लता की याद हमेशा ताजा बनी रहेगी।
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डॉक्टरेट की डिग्री
यूं भले ही लता ने कभी पढ़ाई नहीं की हो लेकिन उन्हें विश्व के 6 विश्वविद्यालयों द्वारा मानद रूप से डॉक्टरेट की उपाधि दी है। उन्होंने तीस हजार से अधिक गाने गाए है।