इंदौर। ग्रैंड ट्रंक रोड एशिया की सबसे लम्बी सड़क है। काबुल से लेकर चटगांव तक 2600 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले इस जीटी रोड में कई अलग अलग संस्कृति और स्वाद मौजूद है। इन ख़ास व्यंजनों को इंदौर को चखाने के लिए द पार्क का लेकर आया है ग्रैंड ट्रंक रोड फ़ूड फेस्टिवल जहाँ मेहमानों को मिलेगा जीटी रोड का ऑथेंटिक स्वाद। द पार्क के रेस्टोरेंट एपीसेंटर में 17 नवम्बर से शुरू हुआ यह 9 दिवसीय फ़ूड फेस्टिवल 26 नवम्बर तक जारी रहेगा जहाँ मेहमान ब्रंच, लंच और डिनर में इस लज़ीज़ और स्वादिष्ट पकवानों का आनन्द ले सकेंगें।
द पार्क होटल के एग्जीक्यूटिव शेफ श्री संतोष यादव ने बताया, “इस फ़ूड फेस्टिवल में काबुल, पेशावर, लाहौर, अमृतसर, लुधियाना, हरियाणा, आगरा, दिल्ली, कानपुर, प्रयागराज, बनारस, हावड़ा और चटगांव की प्रसिद्ध डिशेज शामिल है। काबुल से लेकर चटगांव तक की इस स्वाद यात्रा में कानपुर के टेहरी निमोना, अवध के अंजीर के कोफ्ते, कानपुर के सुहल चैट, बनारसी धनिया आलू, दिल्ली के पनीर कोरमा, अफ़ग़ान के मंटो और पंजाबी सरसों का साग, मक्के की रोटी जैसे पकवान अपने शहरों की यादें ताजा कर देती है। मेहमानों के लिए मीठे में विशेष रूप से खीर, ब्राउनी, रसभरी, गरमा गरम जलेबी और रबड़ी मौजूद है। इस फ़ूड फेस्टिवल में जिन मसालों का इस्तेमाल किया जा रहा है उनमें अधिकांशतः जीटी रोड से लाए गए हैं, ताकि लोग वहां का ऑथेंटिक स्वाद चख सके।”
फूड फेस्टिवल के बारे में अधिक जानकारी देते हुए द पार्क इंदौर के डायरेक्टर एफ एंड बी श्री सुदीप कांजीलाल ने बताया “जीटी रोड न सिर्फ एक सड़क है बल्कि एक पूरा इतिहास है। यहाँ कई प्रकार के व्यंजनों की शानदार श्रृंखला मौजूद है जहाँ आपको मिलेगा वो स्वाद जो सदियों से आक्रमणकारियों, यात्रियों, सम्राटों, सेनापतियों, साधुओं और व्यापारियों की पसंद रहा है। जीटी रोड फ़ूड फेस्टिवल में हमनें मेहमानों के लिए तैयार की है हर एक शहर की एक सिग्नेचर डिश।
काबुल का अफगानिस्तानी सलाद, लाहौर का चरघा चिकन विंग्स, पेशावर का सुनहरी चपली कबाब, चटगांव का सरसों मछली टुकड़ा, अमृतसर का रस मिस्सा साग पनीर, मैरिनेटेड स्मोकी फ्लेवर वाला चिकन बुर्रा कबाब, मिट्टी के तंदूर में पका टमाटर की ग्रेवी और खड़े मसालों की खुशबू से युक्त मुर्ग मक्खनवाला, नल्ली निहारी जैसे स्वादिष्ट व्यंजन रखे गए हैं। हमारी कोशिश है कि मेहमानों को एक छत के नीचे 2600 किमी की स्वाद की यात्रा का अनुभव दे सकें।”