Donald Trump Cryptocurrency : अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पद संभालने से पहले ही क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में हलचल मचा दी। उन्होंने $TRUMP मेमे कॉइन लॉन्च किया, और यह लॉन्च होते ही महज तीन घंटे के भीतर 800 करोड़ डॉलर (लगभग 69261.20 करोड़ रुपये) के मार्केट कैप तक पहुंच गया। लॉन्च के कुछ ही मिनटों में, इस क्रिप्टो कॉइन की कीमत में 300% से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई, और फिलहाल यह 350% बढ़कर 29.13 डॉलर पर ट्रेड हो रहा है।
लांच किया खुद का क्रिप्टो कॉइन, मार्केट कैप 800 करोड़ डॉलर के पार
यह नया क्रिप्टो टोकन सोलाना नेटवर्क पर आधारित है और इसकी कुल सप्लाई 100 करोड़ होगी। वर्तमान में 20 करोड़ कॉइन उपलब्ध हैं, जबकि बाकी के 80 करोड़ कॉइन अगले तीन साल में जारी किए जाएंगे। ट्रंप ने इस टोकन को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों जैसे ट्रुथ सोशल और एक्स पर पेश किया और इसे अपना “आधिकारिक ट्रंप मेमे” नाम दिया। उन्होंने अपने फॉलोअर्स से जल्द से जल्द टोकन खरीदने का आग्रह किया क्योंकि इसकी उपलब्धता के लिए 48 घंटे की विंडो तय की गई है।
$TRUMP कॉइन के लॉन्च ने सोशल मीडिया पर जोरदार चर्चा शुरू कर दी है। कुछ यूजर्स इसे क्रिप्टो दुनिया में एक साहसिक कदम मान रहे हैं, जबकि कुछ इसकी वैधता पर सवाल उठा रहे हैं। ट्रंप ने एक डिस्क्लेमर जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि यह सिक्का किसी निवेश या प्रतिभूति का हिस्सा नहीं है और इसका किसी राजनीतिक अभियान या सरकारी संस्था से कोई संबंध नहीं है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति पद के लाभ का उपयोग करते हुए इसे लॉन्च किया है।
क्रिप्टो वेंचर कैपिटलिस्ट निक टोमैनो ने इसे शोषण करार दिया है, कहकर कि ट्रंप के पास इस क्रिप्टो कॉइन में 80 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इसको शपथग्रहण से कुछ घंटे पहले लॉन्च करना एक रणनीति है, जिससे शुरुआती निवेशकों को नुकसान होने का खतरा है। इस तरह के डिजिटल टोकन आमतौर पर सट्टेबाजों द्वारा प्रचारित किए जाते हैं, जिससे शुरुआती निवेशकों को लाभ होता है, लेकिन देर से आने वाले निवेशकों को भारी नुकसान हो सकता है।
ट्रंप का क्रिप्टो के लिए दृष्टिकोण
दूसरी ओर, क्रिप्टो निवेशक यह उम्मीद कर रहे हैं कि ट्रंप प्रशासन क्रिप्टो उद्योग को बढ़ावा देगा। पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने क्रिप्टो कंपनियों पर शिकंजा कसते हुए धोखाधड़ी और धन शोधन के आरोप लगाए थे। लेकिन ट्रंप ने पिछले साल कहा था कि अगर वह फिर से वाशिंगटन लौटते हैं, तो अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो करेंसी राजधानी बना देंगे।











