पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में मंगलवार, 7 जनवरी से फिर से बदलाव देखने को मिलेगा। इसके प्रभाव से ठंड में और तेजी आएगी, और कोहरे के साथ शीतलहर का असर भी महसूस होगा। तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। इस मौसम के बदलाव से जनवरी से मार्च तक बादल और बारिश की स्थिति बन सकती है, जो रबी फसलों के लिए लाभकारी साबित होगी।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
शनिवार को शहर में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता पूरी तरह शून्य हो गई। यह सीजन का पहला मौका था जब दृश्यता इतनी कम हुई। कोहरे की वजह से सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ा, और गाड़ियों की हेडलाइट्स के अलावा कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। हालांकि, सुबह 10 बजे के बाद जैसे ही धूप निकली, हल्की राहत मिली। अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री से घटकर 21.7 डिग्री पर पहुंच गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक था। वहीं, न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने 5 जनवरी के लिए घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके तहत दृश्यता शून्य से लेकर 50 मीटर तक हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 जनवरी से कोहरा थोड़ी कम हो जाएगा, क्योंकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके चलते सर्दी में कमी आएगी और अगले सप्ताह के बाद शीतलहर का असर बढ़ सकता है।
रविवार को प्रदेश के सभी जिलों का मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के जिलों में घना कोहरा और कोल्ड डे की संभावना जताई जा रही है। भोपाल में 8 से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। वहीं, दिसंबर की तरह जनवरी से मार्च तक पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादल और बारिश की संभावना है, जो रबी की फसलों को फायदा पहुंचाएगा।
5 जनवरी को घने कोहरे का अलर्ट
मौसम विभाग ने 5 जनवरी को प्रदेश के कुछ हिस्सों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में घना कोहरा और कोल्ड डे की संभावना है:
- ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, रीवा, शिवपुरी, मुरैना, दतिया, नीमच, मंदसौर, श्योपुर, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, रायसेन, सागर, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, सीधी, सिंगरौली आदि जिलों में घना कोहरा।
- ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना।
जेट स्ट्रीम और मौसम में बदलाव
क्षोभ मंडल (समुद्र तल से 12.5 किमी ऊपर) में चल रही जेट स्ट्रीम हवा के कारण मौसम में बदलाव आया है। इस हवा की गति 240 किलोमीटर प्रति घंटे रही, जिससे ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, भिंड, और दतिया क्षेत्रों में घना कोहरा छा गया। दृश्यता शून्य के करीब पहुंच गई, और लोग सुबह 9 बजे के बाद धूप का इंतजार करते रहे।
6 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जो दिल्ली तक असर डालेगा। इससे दिल्ली में बारिश की संभावना है, जबकि ग्वालियर-चंबल अंचल में हल्के बादल बन सकते हैं। हालांकि, यह पश्चिमी विक्षोभ 8 जनवरी तक कमजोर पड़ जाएगा, जिसके बाद कश्मीर से बर्फीली हवाएं चलेंगी, जिससे रात के समय शीतलहर का असर बढ़ सकता है।10 जनवरी को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जो मौसम में फिर से बदलाव ला सकता है। इस विक्षोभ के चलते बादल और बारिश की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, और ठंड में भी वृद्धि हो सकती है।