पिछले वर्ष के सारे त्यौहार कोरोना वायरस ने ख़राब कर दिए थे लेकिन इस साल का शुभागमन वैक्सीन की ख़ुशख़बरी के साथ हुआ है एक तरफ देश में वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारी शुरू हो गयी है और इस साल का पहला त्यौहार मकर सक्रांति इस ख़ुशी के मौके का संकेत रूप है। जी हां वर्ष 2021 में मकर संक्रांति ऐसा पहला त्यौहार है जो काफी समय के बाद बड़े धूम धाम से मनाया जायेगा। मकर सक्रांति के इस पर्व को सनातन धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि वर्ष का अकेला यही वो दिन होता है जब सूर्य देव अपना राशि परिवर्तन करते हुए धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं इसीलिए इसे मकर सक्रांति भी कहां जाता है। हिन्दू शास्त्री के मुताबिक मकर सक्रांति के दिन मकर राशि शनि देव के स्वामित्व वाली राशि है ऐसा माना जाता है कि इस दिन पिता सूर्य, अपने पुत्र शनि के घर में प्रवेश करते हैं, जहां पिता-पुत्र का मिलाप होता है।बता दे की मकर सक्रांति के इस शुभ दिन पर दिन से ही सूर्य देव उत्तरायण हो जाते हैं, शास्त्रों में उत्तरायण को विशेष रूप से देवताओं का दिन माना जाता है। जबकि दक्षिणायन को देवताओं की रात से संबोधित किया जाता है, ऐसे में सूर्य के उत्तरायण होने के बाद से ही, हिंदू धर्म में शुभ व मांगलिक क्रिया-कार्य की शुरुआत होती है।
देखिये क्या है शुभ मुहूर्त
14 जनवरी, 2021 (गुरुवार)
पुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08:03:07 बजे से दोपहर 12:30:00 बजे तक
अवधि- 4 घंटे 26 मिनट
महापुण्य काल मुहूर्त- सुबह 08:03:07 बजे से सुबह 08:27:07 बजे तक