Waqf Amendment Bill : सोमवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बैठक में सही तरीके से प्रेजेंटेशन नहीं दिया जा रहा है और दिल्ली वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट को संज्ञान में लेना गलत है।
विपक्ष का विरोध और आरोप
विपक्षी सांसदों ने बैठक में दिल्ली वक्फ बोर्ड के मौजूदा एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा प्रस्तुत किए गए विवरण का विरोध किया। उनके अनुसार, दिल्ली सरकार इस रिपोर्ट को मान्यता नहीं देती, इसलिए इसे जेपीसी में नहीं लिया जाना चाहिए। आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, द्रमुक के मोहम्मद अब्दुल्ला, कांग्रेस के नसीर हुसैन और मोहम्मद जावेद जैसे सांसद बैठक से बाहर निकल गए। सांसदों ने यह भी आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड की प्रारंभिक रिपोर्ट में बिना मुख्यमंत्री की मंजूरी के बदलाव किए गए हैं।
पूर्व की हंगामेदार बैठक
पिछले मंगलवार को भी जेपीसी की बैठक में हंगामा हुआ था। टीएमसी के कल्याण बनर्जी और बीजेपी के अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच तीखी बहस हुई। कल्याण बनर्जी ने गुस्से में आकर पानी की बोतल फेंकी, जिसके चलते उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इस घटना में गंगोपाध्याय को चोट भी आई, जिसके लिए उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ बिल 2024 पेश किया था, जिसके बाद कई विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया। जेपीसी को अब तक ईमेल के माध्यम से 90 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हो चुके हैं, और लगभग 70 से 80 बॉक्स में लिखित सुझाव भी मिले हैं। सरकार ने 9 अगस्त को वक्फ संशोधन विधेयक के लिए जेपीसी का गठन किया था, जिसमें लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सदस्य शामिल हैं।