प्रियंका गांधी के हैंडबैग पर विजयवर्गीय का तीखा हमला, बोले ‘हिंदुओं और ईसाइयों की वकालत महज एक नाटक’

Abhishek singh
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इंदौर। वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के हैंडबैग को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ है। इस मुद्दे पर देशभर में सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है, और इसी बीच मध्यप्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हिंदुओं और ईसाइयों की वकालत का महज नाटक कर रही हैं।

ये है पूरा मामला

दरअसल, सोमवार को प्रियंका गांधी संसद में फिलिस्तीन के समर्थन वाला हैंडबैग लेकर पहुंची थीं, जबकि मंगलवार को उन्होंने ‘बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो’ लिखा हुआ एक हैंडबैग इस्तेमाल किया। इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे मुस्लिम तुष्टिकरण करार दिया और कहा कि देश इनकी असलियत से भली-भांति परिचित है।

विजयवर्गीय ने दी प्रतिक्रिया

विजयवर्गीय ने X पर लिखा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी कल संसद में फिलिस्तीन समर्थक प्रतीकों वाले हैंडबैग के साथ पहुंचीं और फिलिस्तीन के पक्ष में बयान दिया। यह घटना सिर्फ एक संयोग नहीं, बल्कि एक पुरानी परंपरा का पुनरावृत्ति है, जिसे उनके पूर्वजों ने सालों पहले स्थापित किया था। वही कुटिल राजनीति का दुष्परिणाम देश ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के रूप में भोगा और आज भी उसकी कीमत चुका रहा है। चौतरफा आलोचनाओं और राजनीतिक दबाव के बाद, प्रियंका अब संसद में एक नया प्रपंच रचने आईं हैं, इस बार बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों के समर्थन का झंडा लेकर। अचानक हिंदुओं और ईसाइयों की वकालत करना, उनके दोहरे मापदंड और राजनीतिक अवसरवाद का स्पष्ट उदाहरण है। चाहे इसे वैचारिक विचलन कहें या सांप्रदायिक संतुलन साधने का प्रयास, यह स्पष्ट है कि कांग्रेस की यह ‘हैंडबैग राजनीति’ उनकी खोती हुई जमीन पर मरहम लगाने का असफल प्रयास है। यह मुस्लिम तुष्टिकरण है, और देश उनकी असलियत से अच्छी तरह वाकिफ है।