कोलकाता। रवींद्र संगीत की लेजेंड्री सिंगर सुमित्रा सेन का 89 साल की उम्र में निधन हो गया है। सुमित्रा सेन ने मंगलवार को कोलकाता स्थित अपने घर पर आखिरी सांस ली। सुमित्रा सेन ब्रोंको-निमोनिया से पीड़ित थीं और उन्हें 21 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि तीन दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
सिंगर सुमित्रा सेन (Singer Sumitra Sen) के निधन से बंगाली फिल्म इंडस्ट्री सहित फैंस के बीच शोक की लहर है। बता दें कि सुमित्रा सेन की दो बेटियां हैं। दोनों ही रविन्द्र संगीत की गायिका हैं। उनकी बेटी श्रावणी सेन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी साझा करते हुए कहा, ‘आज सुबह मां हमें छोड़कर चली गईं’। परिवार ने बताया कि सुमित्रा सेन को दिसंबर के बीच में ठंड ने जकड़ लिया था। उम्र की वजह से लगातार तबियत बिगड़ती गई।
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बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुमित्रा सेन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं सुमित्रा सेन के आकस्मिक निधन से बहुत दुखी हूं, जिन्होंने दशकों तक ऑडियंस को मंत्रमुग्ध किया। मेरे उनके साथ करीबी संबंध थे। पश्चिम बंगाल सरकार ने 2012 में उन्हें संगीत महासम्मान से सम्मानित (honored with music award) किया था। उनके निधन से संगीत जगत को बहुत बड़ा नुक्सान हुआ है।
फैंस और म्यूजिक इंडस्ट्री सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें याद उन्हें श्रद्धाजंलि दे रहे हैं। वहीं सिंगर की दोनों बेटियों इंद्राणी सेन, श्रावणी सेन ने भी अपनी मां को याद करते हुए पोस्ट शेयर की हैं। बता दें कि इंद्राणी-श्रावणी भी बंगाल की फेमस सिंगर्स में एक है। दोनों प्रसिद्ध रवींद्र संगीत कलाकार हैं। बता दें कि दिग्गज गायिका सुमित्रा सेन ने ‘मेघ बोलेछे जाबो जाबो’, ‘तोमारी झारनतालार निर्जन’, ‘सखी भबोना कहारे बोले’, ‘अच्छे दुखो अच्छे मृत्यु’ जैसे सैकड़ों गीतों को अपनी आवाज दी है।