कॉर्बेट पाखरो सफारी प्रकरण, CBI-ED से हरक सिंह रावत को मिली क्लीन चिट

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By Abhishek SinghPublished On: August 22, 2025

कॉर्बेट पाखरो सफारी प्रकरण मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री और तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत को सीबीआई और ईडी ने क्लीन चिट दे दी है। ये दावा खुद हरक सिंह रावत ने किया है।उत्तराखंड की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत को सीबीआई जांच में बड़ी राहत मिली है। क्लीन चिट मिलने के बाद हरक सिंह रावत ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि उनका चुनावी इतिहास खुद गवाह है,जो भी उनसे टकराया है, या तो राजनीति से बाहर हो गया या फिर उसका सफर यहीं थम गया। वहीं, भाजपा ने भी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश भाजपा की ओर से कहा गया कि अदालत का फैसला ही अंतिम है। अगर हरक सिंह रावत निर्दोष हैं तो उन्हें किसी डर की जरूरत नहीं है, न्यायालय दूध का दूध और पानी का पानी कर देगा।


CBI-ED से हरक सिंह रावत को मिली क्लीन चिट

हरक सिंह रावत ने दावा किया कि सीबीआई कोर्ट में दाखिल आरोप पत्र में उनका नाम शामिल नहीं है, जबकि कई अधिकारियों को चार्जशीट दी गई है और शासन से कुछ अफसरों के खिलाफ अभियोजन की अनुमति भी मांगी गई है। हरक सिंह ने बताया कि इस प्रकरण की सीबीआई और ईडी ने लंबे समय तक जांच की, पूछताछ भी की, लेकिन आरोप पत्र में उनका नाम नहीं है। उनके अनुसार, यह इस बात का सबूत है कि उन्हें जांच एजेंसियों ने क्लीन चिट दी है।

हरक सिंह रावत ने कहा कि पाखरो टाइगर सफारी उनका सपना था और है, जिसे उन्होंने सही नीयत से शुरू करने की कोशिश की थी। लेकिन, कुछ लोगों ने निजी स्वार्थों के चलते उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रोजेक्ट पर रोक नहीं लगाई है। पूर्व कैबिनेट मंत्री का कहना है कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है तो वह इस प्रोजेक्ट को पूरा करेंगे, क्योंकि यह गढ़वाल के विकास के लिए बेहद जरूरी है।